ये भी पढ़ें- UP Weather: मौसम विभाग का चार दिसंबर तक का पूर्वानुमान, होगी बारिश, पड़ेगी कड़ाके ठंड यूं बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या- आंकड़ो के मुताबिक, अगस्त माह में ही भूमि पूजन वाले दिन ही दान पात्र से करीब 29 लाख रुपए निकले थे। इसके उपरांत आगामी महीनों में चढ़ावे में जोरदार इजाफा हुआ। एक पखवारे में कभी 16 लाख, कभी 12, तो कभी 14 लाख रुपए दान के रूप में आए। बीते दो पखवारों की बात करें तो क्रमश: 14 व 15 लाख रुपए चढ़ावे के रूप में आया। ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता का कहना है कि भूमिपूजन के बाद से ही दानपात्र में चढ़ावा बढ़ा है, जो औसतन करीब एक लाख रुपए प्रतिदिन हो गया है। उन्होंने बताया कि रामलला के दर्शन करने वाले भक्त ट्रस्ट कार्यालय में भी दान करते हैं।
ये भी पढ़ें- 22.50 लाख मनरेगा मजदूरों को मिलेगा 100 दिन का काम, बनेगा रिकॉर्ड ऐसे गिना जाता है चढावा-रामलला का चढ़ावा महीने में दो बार गिना जाता है। हर पखवारे के बाद दानपात्र से राशि निकाल कर बैंक कर्मी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की निगरानी में इसकी गिनती करते हैं और इसे बैंक खाते में जमा करते हैं। अगस्त में 100000 श्रद्धालुओं ने 29 लाख रुपए दान किए। सितंबर में 1,75,000 आए और 30 लाख रुपए चढ़ावा दिया। अक्टूबर में 2,15,000 श्रद्धालुओं ने 27 लाख रुपए, तो नवंबर में 2,50,000 लोगों ने राम लला के दर्शन कर 31 लाख रुपए दान दिए।