ये भी पढ़ें – अच्छी खबर : महिलाओं लड़कियों को देखकर अब टेम्पो में नही बजेगा अश्लील और द्विअर्थी संगीत,बजाने वाले को पड़ेगा पुलिस का डंडा शाशन के निर्देश पर एसआईटी कर रही थी मामले की जांच प्रथमदृष्टया 9 करोड़ से अधिक का घोटाला आया सामने
विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ अनिल यादव की शिकायत पर शासन ने एसआईटी जांच बैठाई थी। एसआईटी जांच की रिपोर्ट को शासन ने संज्ञान में लिया है और अवध विश्वविद्यालय को एएम अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने का निर्देश दिया है। एएम अंसारी पर लगभग 9 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार ( corruption ) का आरोप है। एएम अंसारी के साथ-साथ विश्वविद्यालय के तत्कालीन उपकुलसचिव सहायक कुलसचिव वित्तअधिकारी सहित अन्य लोगों पर भी मुकदमा दर्ज होगा।
ये भी पढ़ें – बिग ब्रेकिंग : क्या सिर्फ इतनी छोटी से वजह के कारण भी कोई कर सकता है किसी का कत्ल जानकार हैरान रह जायेंगे आप अवध विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने 40 बिन्दुओं को लेकर की थी शिकायत
इस मामले की जांच अपराध अनुसंधान संगठन ( Crime research organization ) को सौंपने का फैसला लिया गया है। एसआईटी की जांच में विश्वविद्यालय में नियुक्ति महाविद्यालयो की संबद्धता और सुरक्षा संबंधित मामलों में लगभग 40 बिंदु पर शिकायत की गई थी जिसमें एसआईटी ने 27 बिंदुओं पर जांच की है और शासन को रिपोर्ट सौंपी है। जांच रिपोर्ट में मनमानी तरीके से महाविद्यालय को संबद्धता प्रदान करने का भी मामला सामने आया है। कुलपति प्रो मनोज दीक्षित ( Vice Chancellor Pro Manoj Dikshit ) ने बताया कि शासन के निर्देश पर जल्द ही तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक व प्रभारी कुलसचिव रहे एएम अंसारी सहित कई अन्य अधिकारियों पर भी मुकदमा दर्ज होगा। प्रारम्भिक तौर पर 9 करोड़ से अधिक की धनराशी का सही जगह उपयोग न किया जाना पाया गया है |