पर्यटन मंत्री ने की लांच पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने बेवसाइच लांच करने से पहले अयोध्या में रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई और अस्थाई मंदिर में विराजमान होने के बाद पहली बार रामलला के दर्शन किये। नीलकंठ तिवारी राम लला की सांध्यकालीन आरती में भी शामिल हुए। राम जन्मभूमि परिसर में उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय से भी मुलाकात की और राम मंदिर निर्माण की तैयारियों के बारे में भी उनसे सारी जानकारी ली।
मिलेगी सारी जानकारी वहीं इस मौके पर अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट के लॉन्च होने के बाद राम मंदिर और ट्रस्ट के नाम पर फर्जी अकाउंट कोई नहीं बना पाएगा। उन्होंने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर सारी जानकारी भी वेबसाइट, फेसबुक पेज और ट्विटर अकाउंट पर ही अपलोड होगी। साथ ही राम मंदिर की वेबसाइट में भक्तों को राम लला की ऑनलाइन आरती के दर्शन होंगे। वेबसाइट पर रामनगरी के मंदिरों, प्रभु राम की महत्ता, यहां के विकास योजनाओं, मंदिरों के मार्ग, परिवहन सेवाओं, होटल, धर्मशालाओं का भी विवरण दिया गया है। ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि बेवसाइट में ट्रस्ट का अकाउंट नंबर भी है। जिससे जो लोग मंदिर निर्माण में सहयोग राशि जमा करना चाहें तो उनको बिना किसी असुविधा के जानकारी मिल सके।
2 जुलाई को भूमि पूजन अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन दो जुलाई को सुबह आठ बजे से साढ़े दस बजे तक होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। भूमि पूजन के बाद वे लोगों को संबोधित भी करेंगे। रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आए आरएसएस के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी ने रामजन्मभूमि परिसर की पवित्र मिट्टी प्रधानमंत्री तक पहुंचा दी है। पीएम मोदी एक जुलाई को निर्धारित मुहूर्त में परिसर की मिट्टी का पूजन करेंगे और अपने प्रतिनिधि तथा मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र के हाथों अयोध्या भेजेंगे। यहां भूमि पूजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ट्रस्ट के पदाधिकारी और संत-महंत शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक रामलला की प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी शामिल होंगे। भूमि पूजन के साथ ही नींव की खुदाई शुरू होगी।