झूलनोत्सव के आयोजन में नही शामिल हो सकेंगे श्रद्धालु राम नगरी अयोध्या में सावन झूला मेला के साथ झूलनोत्सव का आगाज हो रहा है। इस उत्सव में अयोध्या के मठ मंदिरों में भगवान के विग्रह को झूले पर विराजमान कर झूला झूलाया जाता है
इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन भी किए जाते हैं जिस में शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचते हैं लेकिन इस बार भी कोरोना संक्रमण के कारण इस पूरे आयोजन को सीमित कर दिया गया है अयोध्या के मठ मंदिरों में होने वाले झूला उत्सव का आयोजन मंदिरों के गर्भगृह तक ही सीमित होगा तो वही इस आयोजन में कोई भी श्रद्धालु और भक्त शामिल नहीं हो सकेगा। जिसके लिए अयोध्या के संतों ने भी श्रद्धालुओं से अपने घरों पर ही उत्सव को पूजन अर्चन के साथ मनाए जाने की अपील की है।
झूलनोत्सव के परंपरा का निर्वाह करेंगे मठ मंदिर अयोध्या में आज से शुरू हुए झूलनोत्सव का आयोजन मणि पर्वत से प्रारंभ होता है बड़ी संख्या में मंदिरों से भगवान की विग्रह रथ यात्रा के माध्यम से ले जाकर मणि पर्वत पर झूला झूलाते जाते है जिसके बाद मंदिरों में इस उत्सव की परंपरा शुरू होती है। लेकिन इस बार अयोध्या के मठ मंदिरों से निकलने वाली रथ यात्रा को भी संतों ने स्थगित कर दिया है। लेकिन कुछ मंदिरों में होने वाली परंपरा को प्रतीकात्मक रूप में पूरा करेंगे। जिसके लिए एक वाहन से भगवान के विग्रह को 5 लोग ले जाकर पूजन अर्चन के बाद मंदिर वापस चले जायेंगे।
संतों से मठ मंदिरों में श्रद्धालुओं को ना रोकने की अपील अयोध्या में सावन मेला को लेकर लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच गए हैं जहां पर मंदिरों में पूजन अर्चन के बाद आयोजनों में शामिल होने के लिए विभिन्न स्थानों पर रुके हुए हैं जिसको लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। और मठ मंदिरों में रुके हुए श्रद्धालुओं को तत्काल अयोध्या को खाली करने का निर्देश जारी कर दिया है साथ ही अयोध्या आने वाले सभी वाहनों के रूट डायवर्जन को भी जारी किया है। जिससे अयोध्या में भी एकत्रित ना हो सके।
अयोध्या आये हुए दशनार्थियों को घर वापस जाने की अपील अयोध्या क्षेत्राधिकारी राजेश राय ने जानकारी देते हुए बताया कि अयोध्या में आए हुए दर्शनार्थियों को अपने घर जाने की अपील की है। वही अयोध्या के मठ मंदिरों में रहने वाले संतों से भी अपील किया कि किसी भी बाहरी व्यक्तियों को मंदिर में न रोका जाए साथ ही बताया कि अयोध्या आने वाले सभी मार्गों को प्रतिबंधित कर दिया गया है कोई भी वाहनों का अयोध्या में प्रवेश नहीं होगा और आने वाले दर्शनार्थी 48 घंटे के अंदर हुए कोरोना की रिपोर्ट दिखाई जाने पर ही प्रवेश दिया जाएगा। वही जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना के तीसरी लहर को देखते हुए अयोध्या में भीड़ न जुट सके इसके लिए पूरा प्रबंध किया गया है।