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महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा जनता ने मोदी को राममंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री बनाया है अपनी ज़िम्मेदारी को निभाएं विवादित परिसर राम जन्म भूमि की और जाने वाले तीन प्रमुख रास्तों पर आने जाने वाले लोगों की जांच कर रहे हैं सुरक्षाकर्मी वहीं धार्मिक नगरी अयोध्या में विवादित परिसर के आसपास भी सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियां तेज हो गई हैं . राम जन्मभूमि विवादित परिसर ( Ram Janm Bhoomi ) की ओर जाने वाले प्रमुख मार्गों पर चौकसी बढ़ा दी गई है . राम जन्मभूमि विवादित परिसर के तरफ जाने वाले प्रमुख मार्गों में टेढ़ी बाजार चौराहा ,हनुमानगढ़ी तिराहा, अशर्फी भवन चौराहा से विवादित परिसर की ओर जाने वाले रास्तों पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है .ख़ास बात ये है अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 2 दिन पूर्व सघन चेकिंग अभियान भी चलाया गया था और नगर क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर बैरियर गिरा कर आने जाने वाले लोगों की चेकिंग की गई थी .हालांकि उस दिन सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने के सवाल पर एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने कहा था कि अयोध्या में सुरक्षा से जुड़ी सरगर्मियां हमेशा रहती हैं .आज भी रूटीन चेकिंग की जा रही है .
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Ayodhya : सुप्रीम कोर्ट में मंदिर मस्जिद मुकदमे की सुनवाई के बीच सुरक्षा घेरे में घिरा कारसेवकपुरम अयोध्या के लोगों को उम्मीद तीन तलाक और धारा 370 के बाद अब हो सकता है अयोध्या विवाद का हल बीते सप्ताह भर में अयोध्या में सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियां बढ़ा दी गई है . यूपी में आतंकी हमले के अलर्ट को लेकर प्रदेश सरकार और पुलिस महकमा बेहद सतर्क है . खासतौर पर विवादित परिसर के आसपास के इलाकों में तैनात सुरक्षाकर्मी पहले से कहीं ज्यादा मुस्तैद दिखाई दे रहे हैं . रामकोट में रहने वाले पेशे से कारोबारी रमेश का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या विवाद ( Ayodhya Dispute ) के नियमित रूप से सुनवाई हो रही है और लोगों को यह उम्मीद है कि जिस तरह से रोजाना इस मुकदमे पर दलीलें पेश की जा रही हैं ऐसे में जल्द ही इस विवाद का हल हो सकता है . अगर ऐसा हुआ तो एक बार फिर से साल 2010 की तरह अयोध्या में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए जा सकते हैं . गौरतलब है कि साल 2010 में जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने अयोध्या विवाद पर अपना फैसला सुनाया था उस समय अयोध्या में सुरक्षा की इतने कड़े प्रबंध कर दिए गए थे कि लोग अपने घरों में कैद हो गए थे .आम अयोध्या के लोगों में आज भी उन दिनों की यादें ताज़ा हैं . सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ प्रदेश सरकार अयोध्या की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए एटीएस ( ATS ) का कार्यालय खोलने पर विचार कर रही है .