तपस्वी छावनी मंदिर पर स्वागत करने पहुंचे साधु संत महंत परमहंस दास पिछले कई वर्षों से राम मंदिर सनातन धर्म को लेकर अनशन करने के कारण देश भर में सुर्खियां बिटोर चुके हैं। उनके इन्हीं कारणों से देशभर के लोग जुड़े हुए हैं तो वही दशकों के बाद अखाड़े की परंपरा से जुड़े चार पट्टियों के द्वारा संचालित प्रसिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी के साधु संत एक साथ होकर महंत परमहंस दास के समर्थन में उतरे हैं। आज हनुमान गढ़ी अखाड़े से जुड़े सैकड़ों की संख्या में जुड़ें संतों ने तपस्वी छावनी में महंत परमहंस दास को उत्तराधिकारी के रूप में वर्तमान महंत चुन लिया है।
परमहंस दास को माना तपस्वी छावनी का महंत पूर्व अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी महंत संजय दास ने कहा 2017 में महंत सर्वेश्वर दास ने परमहंस दास को उत्तराधिकार सौंपा था। इस लिए वे ही मंदिर के महंत है। बस केवल महंती की जो प्रकिया है उसे 12 तारीख को पूरा करना है। अयोध्या हनुमान गढ़ी के तीनो अनियों के पूर्व प्रधानमंत्री महंत माधव दास ने कहा दिवंगत महंत ने जिसे अपना उत्तराधिकार सौपा है उसे दिला कर रहेंगे। उन्होंने कहा परमहंसचार्य ने शिष्य परंपरा के सभी नियमों का पालन किया है । उन्होंने कहा कुछ विस्तार वादी और भूमि लोलुप लोग मंदिर को कब्जा करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इस दौरान हरिद्वारी पट्टी के महंत मुरली दास, डॉ महेश दास, पहलवान इंद्रदेव दास, राजेश पहलवान, मनीराम दास पहलवान, पुजारी हेमंत दास, महंत बलराम दास, नंदराम दास सहित काफी संख्या में संत- महंत उपस्थित रहे।