अयोध्या . भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में लाखों श्रद्धालु वर्ष में दर्शन-पूजन के लिए आते हैं वही अयोध्या आने वाले लोगों के लिए प्रमुख मार्ग रेल यातायात माना गया है .अयोध्या का रेलवे स्टेशन सरयू नदी के काफी दूर होने के कारण और मेले के दरमियान स्टेशन से स्नानघाट तक पहुंचने के लिए काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था .जिसके चलते ही वर्षों पूर्व भाजपा सरकार शासन में ही अयोध्या के सरयु नदी पर उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे को जोड़ते हुए एक रेलवे पुल का निर्माण कर सरयू घाट पर स्थित राम घाट हाल्ट स्टेशन का स्वरूप दिया गया . जहां पर गोरखपुर बस्ती महाराजगंज देवरिया गोंडा बलरामपुर जैसे से दर्जनों जिलों से अयोध्या दर्शनों के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं .इस स्टेशन को बनाने के बाद उपेक्षा के कारण आज इस स्टेशन का स्वरूप बिगड़ सा गया है कि यहां पर यात्रियों के लिए बैठने खड़े होने तथा शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो सकी है . यहां तक की जिले में प्रमुख स्टेशन फैजाबाद जंक्शन तथा अयोध्या जंक्शन पर वर्ष भर में दर्जनों बार रेलवे अधिकारी और मंत्री जांच करने के लिए पर स्टेशनों पर आते रहते हैं लेकिन रामघाट स्टेशन इस तरह अछुत सा बन गया है कि इस स्टेशन बारे में कोई भी रेल अधिकारी व मंत्री देखने नही आता है । जबकि राम घाट हाल्ट स्टेशन पर ही वर्ष भर में लाखों श्रद्धालु उतरते हैं और अयोध्या में प्रवेश करते हैं . रामघाट हाल्ट स्टेशन भूतल से लगभग 30 फीट ऊपर बना हुआ है लेकिन यहां पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किए गए . आए दिन यहां कोई-न-कोई घटनाएं होती रहती हैं लेकिन कभी भी कोई भी रेल प्रशासन इस स्टेशन का हाल जानने की कोशिश नहीं करता,शाम ढले स्टेशन पर अँधेरा छ जाने के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है . चौकाने वाली बात ये है कि इस रेलमार्ग को बनवाने में बीजेपी सरकार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है लेकिन केंद्र और प्रदेश में भाजपा सरकार होने के बावजूद यह महत्वपूर्ण स्टेशन उपेक्षा का शिकार है .