रामलला परिसर के विस्तार के क्रम में अब तक एक दर्जन से अधिक मंदिरों और उनकी जमीनों का बैनामा हो चुका है। अतिरिक्त भूमि की खरीदारी की जा रही है। आसपास के कुछ मकानों का भी अधिग्रहण किया जाना है। ट्रस्ट ने 3 करोड़ में फकीरे राम मन्दिर और 4 करोड़ में 12 विस्वा जमीन वाले कौशल्या भवन को खरीदा। अशर्फी भवन के भूखण्ड के पास 676.85 वर्ग मीटर भूखंड का बैनामा दीपनारायण ने एक करोड़ में किया। राम कोट क्षेत्र में 1040 वर्ग मीटर जमीन को 2 करोड़ में जगदीश कुमार ने ट्रस्ट को बैनामा किया। बस्ती जिले के निवासी हरीश पाठक ने दो भूखंड रामकोट और टेढ़ी बाजार के पास लगभग 80 विस्वा जमीन ट्रस्ट को बेची। परिसर के निकट स्थित दशरथ गद्दी चौगुर्जी मंदिर के पीछे महंत बृजमोहन दास ने 20 विस्वा जमीन को 6 करोड़ 75 लाख रुपये में ट्रस्ट को दिया। इसके अलावा अयोध्या रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित बाग बघेश्वर क्षेत्र में 12,080 वर्गमीटर भूमि को ट्रस्ट ने साढ़े 18 करोड़ में खरीदा।
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राम जन्मभूमि से सटे हैं ये प्रमुख मंदिर
राम जन्मभूमि परिसर से कई मंदिर हैं, जिन्हें राम मंदिर परिसर में शामिल किया जा रहा है। इनमें रंग महल, जगन्नाथ मंदिर, लवकुश मंदिर, राम कचहरी, अमवा मंदिर, राम गुलेला, अरविंद आश्रम, फकीर राम, कौशल्या भवन, सुंदर सदन, श्री रंगदेव संस्कृति महाविद्यालय, उनवल मंदिर, बजरंग भवन, मालीमन्दिर, रंगवाटिका, गोकुल मंदिर सहित अन्य कई स्थान है। लेकिन, कई मंदिर के भूमि के कुछ हिस्सों को ही लिया जा सकता है।