कैसा होगा मंदिर
राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में नागर शैली की डिजाइन होगी। अहमदाबाद के चंद्रकांत भाई का संबंध एक ऐसे परिवार से है, जिन्हें पारंपरिक भारतीय नागर शैली के मंदिरों के डिजाइन बनाने में महारत हासिल है। गुजरात के विख्यात सोमनाथ मंदिर के आर्किटेक्ट उनके दादा प्रभाशंकर सोमपुरा थे। चंद्रकांत भाई के पिता भी देश के जाने माने आर्किटेक्ट रहे हैं। उन्होंने ही उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर के मरम्मत का कार्य किया था। चंद्रकांत भाई के परिवार की तीसरी और चौथी पीढ़ी देश के प्रसिद्ध मंदिरों के निर्माण में अपना योगदान दे रही है।
भारत में इन शैलियों में हुए मंदिर के निर्माण
भारत में नागर और द्रविड़ का प्रभाव पूरे देश की मंदिरों के निर्माण में देखा जा सकता है। नागर शैली जहां उत्तर भारत के मंदिर निर्माण में इस्तेमाल हुआ है, तो वहीं दक्षिण भारत में द्रविड़ शैली में मंदिरों का निर्माण किया गया। उपरोक्त दोनों ही मंदिर निर्माण शैलियों से जुड़े कारीगर और आर्किटेक्ट समुदायों ने अपनी संबंधित शैलियों का पीढ़ी दर पीढ़ी विकास किया। उत्तर भारत में सोमपुरा नागर शैली के मंदिरों के निर्माण और डिजाइन से जुडा हुआ है। अधिकांस सोमपुरा परिवार मंदिरों के निर्माण के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है।