ये भी पढ़ें- कोरोनाकाल में यह है छात्रसंघ चुनाव कराने वाले यूपी का पहला विद्यालय, जानिए कौन-कौन जीता श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पहले ही राममंदिर परिसर में मौजूद करीब एक दर्जन ऐसे प्राचीन मंदिरों के ध्वस्तीकरण की जानकारी दे चुका है, जिनमें करीब तीन दशक से पूजा-अर्चना बंद है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था इन मंदिरों में विराजमान गर्भगृह को मंदिर परिसर में ही सुरक्षित रखा जाएगा। जब राममंदिर का निर्माण हो जाएगा तो इन सभी मंदिरों के गर्भगृह को उचित स्थान पर स्थापित कर इनकी पूजा-अर्चना शुरू की जाएगी।
ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव से मिले कानपुर के संजीत यादव के परिवारीजन, दो लाख की आर्थिक सहायता मशीनें पहुंचने लगीं परिसर में- राम मंदिर निर्माण का काम एलएंडटी कंपनी के पास है। बिना देरी के निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली एलएंडटी की बड़ी-बड़ी मशीनें श्रीरामजन्मभूमि परिसर पहुंचने लगी हैं। कंपनी ने मंदिर निर्माण की तैयारी पूरी कर ली है। केवल नींव की खोदाई का इंतजार है। पोकलैंड, होम कंटेनर के बाद गुरूवार को फ्यूल टैंक और मिक्सर मशीन भी परिसर पहुंचती देखी गईं। जल्द ही कंपनी के करीब 100 मजदूर भी अयोध्या पहुंचने वाले हैं।