2025 में दिखेगा 161 फुट ऊंचा शिखर पहले चरण का कार्य दिसम्बर 2023 और दूसरा चरण 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद मंदिर का 161 फुट ऊंचा शिखर, 800 मीटर लंबा परकोटा और मंदिर के अंदर होने वाले कार्य को 2025 तक समाप्त हो जाएगा।
रामलला को विराजमान कराए जाने की तैयारी पहले चरण में राम मंदिर का भूतल निर्माण होने के बाद गर्भगृह पर रामलला के विराजमान कराए जाने के लिए भव्य उत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। जिसको लेकर आगामी 29, 30 और 31 मई को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व मंदिर निर्माण समिति की अहम बैठक होने जा रही है।
50 प्रतिशत पूरा हुआ छत का कार्य राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। और लगभग 85 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। तो वही मंदिर पर लगाए जा रहे छत का कार्य भी 50 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है।
नवंबर तक बनकर तैयार हो जायेगा रामलला की मूर्ति राम मंदिर में विराजमान होने वाले भगवान श्री रामलला की मूर्ति को ख्यातिप्राप्त शिल्पकार पत्थरों पर आकार दे रहे हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की माने तो अक्टूबर तक मंदिर निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है तो वहीं रामलला की मूर्ति को भी नवंबर माह तक तैयार कर दिया जाएगा।
3 दिवसीय बैठक में होंगें अहम निर्णय श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की माने तो अयोध्या में होने वाली तीन दिवसीय बैठक में 29 और 30 मई को मंदिर निर्माण समिति की बैठक होगी। जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं। तो वही 31 मई को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में निर्माण समिति के द्वारा लिए गए फैसले पर अपनी मुहर लगेगा।
28 मई को अयोध्या पहुंच जाएंगे ट्रस्टी अयोध्या में आयोजित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक मैं शामिल होने के लिए ल उडप्पी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, सदस्य वासुदेवानंद सरस्वती, सदस्य बिहार में रहने वाले कामेश्वर चौपाल, आर्किटेक्ट आशीष सोनपुरा समेंत मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन पूर्व आईपीएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्र भी 28 मई तक अयोध्या पहुंच जाएंगे।