मंदिर निर्माण में 45 प्रतिशत कार्य हुआ पूरा राम जन्मभूमि पर भगवान श्री राम लला जनवरी 2024 में विराजमान कर दिया जाएगा जिसको लेकर 10 दिसंबर 2023 तक मंदिर की जगह सहित भूतल के निर्माण के कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है जिसको देखते हुए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेज गति से चल रहा है। एलएंडटी व टाटा के इंजीनियर व वर्कर लगातार 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। और अब तक मंदिर निर्माण में कुल 45% कार्य पूरा हो चुका है। आपको बता दें कि राम जन्मभूमि परिसर में भूतल पर पूर्व-पश्चिम दिशा में लंबाई 380 फीट, भूतल पर उत्तर-दक्षिण दिशा में चौड़ाई 250 फीट का बन रहा है। जिसमें बलुआ पत्थर के 166 स्तंभ, प्रथम तल 144 और दूसरा तल पर 82 स्तंभ लगाए जाएंगे यानी कि मंदिर में कुल 392 स्तंभ होंगे।
पत्थरों के मंदिर के लिए टुकड़ों में नही होता का काम श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का निर्माण तेज गति से चल रहा है 40% से अधिक मंदिर का निर्माण हो चुका है नक्काशी दार पत्थरों की 7 सतह 7 लेयर एक के ऊपर एक रखी जा रही है। चंपत राय ने कहा कि यह बहुत अच्छी प्रगति है यह पत्थरों का मंदिर है इसमें आवश्यक है हर एक लेयर का लेबल ठीक से मिलाया जाए पत्थरों के मंदिर में टुकड़ों का काम नहीं होता इसलिए प्रवेश द्वार से लेकर गर्भगृह तक पूरा मंदिर जब लेयर में आ जाएगा तब लेयर बिल्कुल निश्चित हो जाएगी एक मिली मीटर का लेयर में फर्क नहीं है उसके बाद ऊपर कार्रवाई होगी यह कार्य बहुत अच्छे ढंग से हो रहा है।