त्रेता कल में श्री राम और माता सीता की भक्ति भाव में जटायु ने रावण से युद्ध करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी, इसलिए जटायु राज की प्रतिमा अयोध्या में स्थापित की जा रही है जो भगवान राम के वनवास काल की भी श्रद्धालुओं को याद दिलाएगा।
यह भी पढ़े-
MP के नए CM मोहन यादव माता सीता और अयोध्या के अपमान पर मांग चुके हैं माफी, यह दिया था बयान 500 वर्षों के संघर्ष के दौरान लाखो राम भक्तों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है आज उन्हें संघर्ष और बलिदानों का प्रतीक जटायु की प्रतिमा स्थापित कराई गई है, ट्रस्ट के सदस्य डॉ, अनिल मिश्रा ने बताया कि 5 फीट ऊंचे पत्थरों के पहाड़ का स्वरूप तैयार किया गया इसके बाद जटायु की प्रतिमा स्थापित की गई, वही रामजन्म भूमि परिसर में कुबेर टीला पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर का भी श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जिर्णोद्धार कराया जा रहा है। डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि टीला पर विराजमान शिवलिंग पर गोलार्द्ध मंदिर के रूप में बनाया जा रहा है, इसी मंदिर के सामने जटायु की प्रतिमा भी स्थापित कराई गई है।
MP के नए CM मोहन यादव माता सीता और अयोध्या के अपमान पर मांग चुके हैं माफी, यह दिया था बयान 500 वर्षों के संघर्ष के दौरान लाखो राम भक्तों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है आज उन्हें संघर्ष और बलिदानों का प्रतीक जटायु की प्रतिमा स्थापित कराई गई है, ट्रस्ट के सदस्य डॉ, अनिल मिश्रा ने बताया कि 5 फीट ऊंचे पत्थरों के पहाड़ का स्वरूप तैयार किया गया इसके बाद जटायु की प्रतिमा स्थापित की गई, वही रामजन्म भूमि परिसर में कुबेर टीला पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर का भी श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जिर्णोद्धार कराया जा रहा है। डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि टीला पर विराजमान शिवलिंग पर गोलार्द्ध मंदिर के रूप में बनाया जा रहा है, इसी मंदिर के सामने जटायु की प्रतिमा भी स्थापित कराई गई है।