अखिलेश यादव से माफी मंगवाने का दावा परमहंस दास का दावा है कि हम अखिलेश यादव से मुलाकात कर उनको धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस भेंट करेंगे और उनसे माफी मंगवाएंगे। परमहंस दास ने अखिलेश यादव से की मांग
इतना ही नहीं परमहंस दास ने कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से यह मांग करूंगा कि कोई भी अगर धार्मिक ग्रंथ पर उंगली उठाता है तो उसे पार्टी के बाहर करेंगे। समाजवादी पार्टी को बताया राक्षसों की पार्टी
समाजवादी पार्टी अगर ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें राक्षसी पार्टी की संज्ञा दी जाएगी। पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि वह रात से ही निकलना चाह रहे थे लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है।
आश्रम पर ही पुलिस ने किया नजरबंद सरयू घाट पर पूजन करने के बाद परमहंस दास को पुलिस ने उनके आश्रम पर नजर बंद कर दिया है। जनहित को देखना राजनीतिक पार्टियों का काम
महंत परमहंस दास ने कहा कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को राम चरित्र मानस भेंट करने के लिए सपा कार्यालय लखनऊ जा रहा था। मैं उन्हें बताने जा रहा था कि किसी भी राजनीतिक पार्टी का काम जनहित को देखना है।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर भड़के परमहंस जिस तरह से स्वामी प्रसाद मौर्या लगातार अमर्यादित टिप्पणी करते जा रहे हैं और अभी भी बड़ी बेशर्मी के साथ यह कह रहे हैं कि वह अपने बयान पर कायम हैं।
मैं उनको चैलेंज करता हूं कि अन्य ग्रंथों पर बोल कर देख ले महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है उनका हलाला हो रहा है उस पर बोलकर देखें। तुच्छ राजनीति कर रहे स्वामी प्रसाद : परमहंस
वह ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि स्वामी प्रसाद मौर्या जानते हैं कि वह वोट बैंक का मतलब है। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के जाति के आधार बांटो और अपनी तुच्छ राजनीति सिद्ध करो।