वर्चुअली मीटिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा समेत 13 लोग शामिल हुए। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को इस मीटिंग से दूर रखा गया। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिलाया कि पीएम मोदी की भावनाओं के अनुरूप अयोध्या का विश्व स्तरीय विकास समय से पूरा किया जाएगा। बैठक में अयोध्या के श्रीराम एयरपोर्ट का इसी वर्ष के अंत तक संचालन शुरू होने और दर्शन-मार्ग के कार्य को भी जल्द पूरा करने की बात भी हुई।
अयोध्या के गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 20 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट तैयार किए हैं, जिसके मुताबिक, 1,100 एकड़ में नई अयोध्या तैयार होगी। नागर शैली से अयोध्या के द्वारों को निर्माण किया जाएगा। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने इन प्रोजेक्ट के डिजिटल मॉडल के प्रजेंटेशन को देखा और अफसरों से बात की। जानकारी के मुताबिक, अगले 100 साल की जरूरतों के हिसाब से अयोध्या के विकास का खाका तैयार किया गया है। हालांकि, प्रधानमंत्री ने अगले 30 साल का प्लान ही देखा।
बैठक में ये भी रहे मौजूद
पीएम मोदी के अलावा 13 अन्य लोग इस बैठक में शामिल हुए। इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, चीफ सेक्रेटरी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी इस बैठक में मौजूद रहे।
पीएम मोदी के अलावा 13 अन्य लोग इस बैठक में शामिल हुए। इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, चीफ सेक्रेटरी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी इस बैठक में मौजूद रहे।
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अब धरातल पर दिखेगा अयोध्या का विकास : रामलला के मुख्य पुजारी
रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास पीएम मोदी द्वारा अयोध्या के विकास कार्यों की समीक्षा करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कदम निश्चित रूप से रामनगरी अयोध्या के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में काफी विकास कार्य प्रस्तावित हैं, लेकिन इससे परोक्ष रूप से पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का जुड़ेंगे तो काम धरातल पर भी दिखेगा। इस तरह की समीक्षा बैठक बेहद जरूरी है।