ये भी पढ़ें- सावित्री बाई फुले ने इस्तीफा देते हुए बाबरी मस्जिद ध्वस्तीकरण को किया याद और कर दिया धमाकेदार ऐलान प्रतीक्षा स्वीकार नहीं- विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित शौर्य दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि 6 दिसंबर सन् 1992 को अयोध्या में कोई मस्जिद नहीं गिराई गई थी। कारसेवकों ने बाबर के नाम का एक कलंक था जिसे गिराया था। हिंदू समाज सभी धर्म का सम्मान करता है। चाहे वह चर्च हो या मस्जिद। इसी दौरान राम मंदिर निर्माण पर सवाल पूछे जाने पर महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि पूरे देश के हिंदू समाज को राम मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा थी। धीरे-धीरे समय करीब आ रहा है और प्रतीक्षा संभव नहीं। अगर शीतकालीन सत्र में राम मंदिर निर्माण पर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो कुंभ के दौरान मंदिर निर्माण की तिथि घोषित की जा सकती है।
ये भी पढ़ें- इस बहुत बड़े हत्याकांड में में चार उपनिरीक्षक समेत ग्याराह को सीबी सीआईडी ने किया तलब, यूपी पुलिस में मचा हड़कंप बता ते चलें कि राम मंदिर निर्माण मामले को लेकर भाजपा भारी दबाव में है । वहीं साल 2019 लोकसभा चुनाव के चलते संतों की नाराजगी भाजपा को भारी पड़ सकती है। वहीं न्यास अध्यक्ष का यह बड़ा बयान भाजपा के लिए एक बड़ी मुसीबत ला सकता है।