मिशन रफ्तार के तहत उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रमुख रूटों की ट्रैक स्पीड बढ़ाने को लेकर जमीनी स्तर पर काम कर रहा है। लखनऊ से कानपुर के बीच ट्रैक स्पीड बढ़ाने का काम पूरा होने पर यहां ट्रेनें तेज गति से चलाई जा सकेंगी। ऐसे ही लखनऊ- अयोध्या रेलखंड का दोहरीकरण, विद्युतीकरण कराया जा रहा है। 130 किमी लंबे ट्रैक पर यह काम अंतिम चरण में है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जौनपुर में सात किमी का सेक्शन बचा है। इसकी डबलिंग पूरी होने के बाद ट्रैक स्पीड बढ़ जाएगी। अभी इस रूट की ट्रैक स्पीड 110 किमी प्रति घंटा है, जो डबलिंग इलेक्ट्रिफिकेशन के बाद 130 किमी प्रति घंटे तक हो जाएगी। इससे प्रभु श्रीराम के दर्शन करने के लिए जाने वाले श्रद्धालु कम समय में अयोध्या पहुंच जाएंगे।
दो दर्जन ट्रेनों की है आवाजाही
लखनऊ से अयोध्या के बीच अभी दो दर्जन ट्रेनों की आवाजाही है। इसमें वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है। अब ट्रेनों की स्पीड बढ़ने से प्रभु श्रीराम के दर्शन करने आने वालों की संख्या भी बढ़ेगी। लग्जरी ट्रेनों को भी पटरी पर उतारा जा सकेगा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक लखनऊ से अयोध्या का सफर डेढ़ घंटे में पूरा करने का लक्ष्य है। यह ट्रैक स्पीड बढ़ने पर हासिल किया जा सकेगा। अभी वंदे भारत दो घंटे में दूरी तय करती है। अन्य ट्रेनें सवा दो घंटे से तीन घंटे में अयोध्या पहुंच रही हैं।