दरअसल, राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद प्रभु राम की शादी होगी और उनकी बारात नेपाल के जनकपुर जाएगी। साथ ही, जनकपुर से यानी कि प्रभु राम के ससुराल से 100 से ज्यादा चार पहिया अथवा तीन बस से 251 तिलकहरू 18 नवंबर को तिलक लेकर प्रभु राम की नगरी अयोध्या पहुंचेंगे।
6 दिसंबर को जाएगी बारात
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बताया कि 2004 से हर पांचवें साल अयोध्या से श्री राम बारात यात्रा जनकपुर धाम के लिए जाती है। पिछली बार 2019 में बालाजी जनकपुर गयी थी। इस बार पुन यह यात्रा 26 नवंबर को जाएगी। विवाह पंचमी छह दिसंबर को है। उन्होंने बताया कि प्रभु राम अपने मंदिर में विराजमान हो चुके हैं जिस प्रकार प्राण प्रतिष्ठा हुई थी उसी प्रकार प्रभु राम का विवाह भी धूमधाम के साथ उत्साह के साथ मनाया जाएगा। यह भी पढ़ें