अयोध्या में सौहार्द की पुरानी परंपरा : आचार्य सत्येंद्र दास राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अयोध्या में हम लोगों के बीच यह संबंध पूर्व से चलाता रहा है। मंदिर मस्जिद विवाद को लेकर भी हमारी गुरु और इनके पिता दोनों एक साथ बैठकर कचहरी भी जाते थे मुकदमा भी लड़ते रहे हैं। और जब हमारे इस विवाद को लेकर फैसला आया तभी हम लोग एक साथ बैठकर उस फैसले को स्वीकार किया आज हिंदू धर्म के मुताबिक अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम की जयंती की मनाई जा रही है तो वहीं आज ही के दिन मुस्लिम समाज के द्वारा ईद का पर्व मनाया जा रहा है इसलिए आज हम इकबाल अंसारी के घर पहुंच कर उन्हें ईद की बधाई दी है इसके साथ ही अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के अवसर पर आशीर्वाद भी दिया है।
इकबाल के घर पहुंचे सत्येंद्र दास का फूलों से स्वागत वही इकबाल अंसारी ने राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का स्वागत करते हुए फल खिलाया और मुबारकबाद दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अयोध्या धर्म की नगरी है जहां पर हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी रहते हैं एक तरफ जहां सरयू नदी है हनुमान जी का मंदिर है तो वहीं मस्जिद और मजारे भी हैं। हम लोग हमेशा अयोध्या के साधु-संतों के बीच रहते हैं हमारे अयोध्या की एक टाइम है दोनों समुदाय के बीच कभी कोई विवाद नहीं हुआ यही कारण है कि हम लोग एक दूसरे के त्योहारों में शामिल होते हैं। अयोध्या में किसी भी मजहब को लेकर कोई भेदभाव नहीं है इसी को लेकर आज आचार्य सत्येंद्र दास जी हमारे घर पर आए हुए थे उन्होंने ईद की बधाई दी है और अक्षय तृतीया का आशीर्वाद दिया है तो वहीं हमने भी उन्हें फूलों की माला पहनाकर उनका स्वागत किया है।