अंग्रेजी हुकूमत काल से अफीम कोठी के नाम से जाना जाता था दिलकुशा महल चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग पर धारा रोड मुहल्ले में अफीम कोठी स्थित है । इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है । इस क्षेत्र को हेरिटेज लुक प्रदान किया जा रहा है । इसके पुनर्विकास की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को सौंपी गई है। यह भवन अब साकेत सदन के नाम से जाना जाएगा । साकेत सदन का पुनरुद्धार प्राचीनता को सहेजते हुए किया जा रहा है। रामनगरी में किसी ऐतिहासिक भवन का नाम बदले जाने का यह पहला मामला है । हालांकि इससे पूर्व योगी सरकार बनने के बाद सबसे पहले जिले का नाम फैजाबाद से बदल कर अयोध्या हुआ । उसके बाद फैजाबाद जंक्शन का नाम परिवर्तित कर अयोध्या कैंट किया गया । अब दिलकुशा महल से अफीम कोठी हुई ऐतिहासिक इमारत का नाम साकेत सदन कर दिया गया है।