अयोध्या : मंदिर मस्जिद विवाद के चलते पूरी दुनिया में प्रसिद्द अयोध्या नगरी भले ही एक विवाद के रूप में पहचानी जाती हो लेकिन इस शहर से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने एक नयी मिसाल कायम की है | अयोध्या के गोसाईगंज इलाके में हिन्दू समाज के लोगों ने मुस्लिम समाज को कब्रिस्तान के लिए जमीन देकर एक नयी पहल की है | गोसाईगंज विधानसभा के बेलवारी खान गांव के आधा दर्जन से अधिक कास्तकारों ने अपनी जमीन मुस्लिम समुदाय के लोगों को इस लिए सौंप दी क्यूँ कि उस जमीन पर उनके पुरखों की कब्र थी | वहीँ इस नयी पहल के बाद तमाम मुस्लिम समुदाय के लोगों का मानना है कि जिस तरह से हिंदू भाई ने कब्रिस्तान के लिए जमीन दान दे दी उसी तरह से मुस्लिम भाइयों को भी आगे बढ़ कर आना चाहिए और राम मंदिर निर्माण के लिए बाबरी मस्जिद का दावा छोड़ देना चाहिए।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा राजनीती छोड़ अब मुस्लिम भी दिखाएँ बड़ा दिल राम मंदिर का रास्ता करें साफ़ गोसाईगंज विधानसभा के बेलवारी खान गांव के मुस्लिम इकबाल हुसैन का मानना है कि जिस तरह से इस गांव के हिंदुओं ने कब्रिस्तान के लिए जमीन दान दे दी उसी तरह से मुस्लिम भाइयों को भी आगे आना चाहिए और राम मंदिर के लिए बाबरी मस्जिद का दावा छोड़ देना चाहिए।उन्होंने कहा कि अयोध्या संवेदनशील स्थान है यहां पर राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का विवाद चल रहा है लेकिन इन विवादों के बीच जिस तरह से हिंदू भाई कब्रिस्तान की जमीन दान दे देते हैं ऐसे में मुस्लिमों को भी आगे आना चाहिए लेकिन यह राज नेता इस मामले का समाधान करना नहीं चाहते।
तमाम मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा मंदिर निर्माण में सहयोग कर लगे दाग को धोएं कौम के लोग सामाजिक कार्यकर्ता बबलू खान ने कहा कि मैं बेलवारी खान गांव के हिंदुओं का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने कब्रिस्तान के लिए जमीन दान दे दी। जिस तरह से बड़े भाई ने छोटे भाई को जमीन दान दी दे दी है उसी तरह से छोटे भाई का भी हक बनता है कि वह बड़े भाई को राम मंदिर के लिए बाबरी मस्जिद का दावा छोड़ दे। इससे जो हमारे मुस्लिम कौम पर दाग लगा था वह धुल भी जाएगा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर सवा सौ करोड़ हिंदुओं की आस्था का सवाल है इसलिए मुस्लिम भाई को बड़ा दिल दिखाते हुए राम मंदिर निर्माण में आगे आना चाहिए। दरअसल आज गोसाईगंज विधानसभा की बेलवारी खान गांव में हिंदुओं ने कब्रिस्तान के लिए जमीन दान दे दी है।