प्रयागराज में आयोजित संत-सम्मेलन में चम्पत राय ने बताया कि राम मंदिर के लिए धन संग्रह अभियान मकर संक्रांति से शुरू होगा। अभियान की शुरुआत दिल्ली में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से आर्थिक सहयोग लेने के साथ की जाएगी। उन्होंने बताया कि आमजन से राम मंदिर का चंदा लिया जाएगा, ताकि उन्हें लगे कि यह उनका अपना मंदिर है। उनके सपनों का मंदिर है। उन्होंने बताया कि धन संग्रह अभियान के जरिये हिन्दुओं में सामाजिक समरसता भी बढ़ाई जाएगी। इसके लिए संघ और विहिप के कार्यकर्ताओं को कहा गया है कि वह दलितों और वंचितों की बस्तियों और उनके घरों पर अधिक फोकस करें।
रोजाना बैंक में जमा होगा चंदे का पैसा
चम्पत राय ने बताया कि धन संग्रह अभियान के तहत हर दिन इकट्ठा की गई धनराशि तीन बैंकों की 46 हजार ब्रांचों में जमा की जाएगी। जमा करते वक्त अकाउंट नंबर भरने में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए पहले से ही प्रिंटेड पर्ची का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें बैंक खाता नम्बर की जगह किसी लोगो या प्रतीक चिन्ह को डाला जाएगा। संत सम्मेलन में चंपत राय के साथ ही मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती समेत करीब 50 के करीब संत महात्मा मौजूद रहे।
चम्पत राय ने बताया कि धन संग्रह अभियान के तहत हर दिन इकट्ठा की गई धनराशि तीन बैंकों की 46 हजार ब्रांचों में जमा की जाएगी। जमा करते वक्त अकाउंट नंबर भरने में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए पहले से ही प्रिंटेड पर्ची का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें बैंक खाता नम्बर की जगह किसी लोगो या प्रतीक चिन्ह को डाला जाएगा। संत सम्मेलन में चंपत राय के साथ ही मंदिर ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि और संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती समेत करीब 50 के करीब संत महात्मा मौजूद रहे।