मंदिर की ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बताया कि सिंह द्वार से जैसे श्री प्रवेश करेंगे भगवान के दिव्या स्वरूप के दर्शन होंगे। दर्शन करते हुए 320 फीट अंदर प्रवेश करेंगे और भगवान का दर्शन कर बाई तरफ घूमेंगे और बाहर निकलेंगे फिर परकोटे के पास पहुंचेंगे और प्रसाद लेंगे यदि आप कबीर टीला जाना चाहते हैं तो अनुमति के बाद ही जाना संभव होगा।
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नए मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए परकोटे से प्रसाद वितरण की व्यवस्था की जाएगी। डॉ अनिल मिश्रा ने बताया कि सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद मिल सके ऐसी व्यवस्था ट्रस्ट ने बनाई है। अन्य भक्त भी अपनी व्यवस्था अनुसार प्रसाद वितरण कर सकता है। उन्होंने बताया कि मंदिर तक पहुंचने वाली सभी सड़कों का निर्माण कार्य एक साथ चल रहा है। यह भी पढ़ें