शास्त्रीय संगीतज्ञों का समूह लेगा हिस्सा बता दें कि ओंकारम वस्तुतः देश के शीर्ष संस्कृति कर्मियों और शास्त्रीय संगीतज्ञों का एक समूह है, जो सांस्कृतिक गौरव बोध के साथ इस अभियान को गति देने में लगा हुआ है। इस समूह में मशहूर सिंगर सोनू निगम समेत संगीत के क्षितिज पर शर्मा बंधु के नाम से विख्यात उज्जैन के राजीव, मुकेश, अखिलेश और मिथिलेश शर्मा, मुंबई की स्वर्णिमा गुसाईं जैसे कई सितारे शामिल हैं। अभियान के आरंभ की भावभूमि तैयार करने गुरुवार को रामनगरी पहुंचे संगीतज्ञ नबरुन चटर्जी ओंकारम का उद्देश्य स्पष्ट करने के लिए संगठन के स्टेटस की ओर इशारा करते हुए दोहराते हैं, हमारी संस्कृति-हमारा गौरव।
संगीत का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा अयोध्या के घाट समेत ये सांस्कृतिक कार्यक्रम गोरखपुर स्थित राप्ती नदी के तट पर भी होगा। इसके अलावा प्रयागराज स्थित संगम, लखनऊ स्थित गोमती, कानपुर स्थित गंगा और गढ़ मुक्तेश्वर में भी गंगा के घाट आप्लावित होंगे। इन शहरों में नियत घाटों पर प्रस्तुति के लिए ओंकारम को प्रदेश सरकार की अनुमति भी मिल गई है। नदी के घाटों पर योग सत्र से शुरू होने वाला कार्यक्रम सुबह और शाम दोनों समय पर नदियों के पूजन-अर्चन के साथ शुरू होगा। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी संयोजित की जाएंगी। साथ ही संगीत का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।