संतों ने पीएम मोदी को लिखा पत्र अयोध्या में करीब 78 एकड़ के परिसर में बाकी अन्य इमारतों और अन्य निर्माण के लिए काम जारी है। भूमि परिशोधन के लिए आध्यात्मिक, धार्मिक और नैष्ठिक अनुष्ठान जारी हैं। विश्व हिन्दू परिषद् (Wishwa Hindu Parishad) का मानना है कि देश भर में कोरोना की स्थिति पूरी तरह काबू में आ जाने और समस्त परिस्थितियां अनुकूल रहने पर दुर्गापूजा के दौरान भूमिपूजन किया जा सकता है।
26 जून को विहिप की बैठक में निर्णय के बाद संतों ने पीएम मोदी (PM Modi) को पत्र लिखकर भगवान राम के मंदिर का शिलान्यास करने के लिए अयोध्या आने का आग्रह किया था। राम मंदिर का शिलान्यास अक्टूबर में प्रस्तावित है। इस शिलान्यास कार्यक्रम को एक भव्य आयोजन बनाने के लिए बड़े पैमाने पर इसकी ब्रांडिंग भी की जाएगी।
अक्टूबर में मस्जिद का निर्माण दूसरी ओर मस्जिद पक्ष की ओर से भी अक्टूबर में काम शुरू करने का ऐलान किया गया है। सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा मस्जिद निर्माण के लिए दी गई जमीन का निर्माण अक्टूबर में शुरू किया जाए।ये ऐलान सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड का कार्यकाल 6 महीने बढ़ाने को मंजूरी मिलने के बाद ही हुआ है। वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफैर फारूकी ने कहा कि यूपी सरकार की ओर से अयोध्या के निकट तय की गई पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए 14 सदस्यों वाली मस्जिद निर्माण कमेटी बना दी गई है। इसमें इस्लाम के वरिष्ठ धर्मगुरु और आर्किटेक्ट भी शामिल हैं।
फारूकी के अनुसार कार्यकाल का विस्तार होने के बाद बोर्ड की पहली मीटिंग इसी महीने आनलाइन होगी। मीटिंग में अयोध्या में सरकार की ओर से मिली जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए पहले लाए गए प्रस्तावों की पुष्टि भी की जाएगी।