जयपुर में राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पुनियां ने पूजा-अर्चना व पुष्प अर्पित कर मूर्ति को रवाना किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरती एवं हम सबका का सौभाग्य है कि छोटी काशी यानी जयपुर के शिल्पकार महावीर भारती व उनकी टीम द्वारा हस्तनिर्मित लगभग 1500 किलोग्राम अष्टधातु की महाराणा प्रताप की भव्य प्रतिमा भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में स्थापित होगी। उन्होंने कहा कि अप्रतिम योद्धा के रूप में महाराणा प्रताप का शौर्य, वीरता और बलिदान हम सबके लिये अनुकरणीय है और नई पीढ़ियों के लिये भी हमेशा प्रेरणादायक रहेगा। शक्ति एवं भक्ति की धरती राजस्थान की वीर गाथाएं जो हल्दीघाटी में गूंजती हैं, वह अब अयोध्या में भी प्रेरणा देंगी।
उत्साहित हैं मूर्तिकार महावीर भारती
महाराणा प्रताप विशाल मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार महावीर भारती अयोध्या जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि रामलला ने उन्हें बुलाया है और काम के माध्यम से जाना सौभाग्य व गौरव की बात है। बताया कि प्रतिमा बनाने में उन्हें 6 माह का समय लगा है। मूर्तिकार महावीर भारती महाराणा प्रताप के दादा राणा सांगा की विशाल प्रतिमा बना चुके हैं। राजस्थान की सबसे बड़ी तलवार (21 फीट) बनाने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है। इसके अलावा उन्होंने ही राजस्थान में जमीन पर साढ़े सात किलोमीटर की रंगोली और राजस्थान की पहली थ्री डी पेंटिंग बनाकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया था।
महाराणा प्रताप विशाल मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार महावीर भारती अयोध्या जाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि रामलला ने उन्हें बुलाया है और काम के माध्यम से जाना सौभाग्य व गौरव की बात है। बताया कि प्रतिमा बनाने में उन्हें 6 माह का समय लगा है। मूर्तिकार महावीर भारती महाराणा प्रताप के दादा राणा सांगा की विशाल प्रतिमा बना चुके हैं। राजस्थान की सबसे बड़ी तलवार (21 फीट) बनाने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम है। इसके अलावा उन्होंने ही राजस्थान में जमीन पर साढ़े सात किलोमीटर की रंगोली और राजस्थान की पहली थ्री डी पेंटिंग बनाकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया था।