अयोध्या. कृषि बिल (Farmers Bill) को लेकर घमासान मचा हुआ है, किसान सड़कों पर हैं और विपक्ष इसको लेकर सरकार को घेरने में लगा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय कृषि मेले का उद्घाटन किया और मेले में लगे पंडालों का भी भ्रमण किया। इस दौरान कृषि बिल के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को लेकर भी उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा व किसानों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि जिन्हें विकास अच्छा नहीं लगता वो किसानों को गुमराह कर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे है। कृषि बिल लागू होने के बाद कहा गया एमएसपी समाप्त हो जाएगी लेकिन मोदी जी ने कहा एमएसपी लागू रहेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसान की खेती पर कोई कब्जा नहीं कर सकता। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कृषि संबंधित 89.90 करोड़ रुपए की लागत की 40 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण भी किया। व किसानों से संवाद किया। इसमें अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सुलतानपुर, अमेठी जिलों के किसान शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री देश के 9 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि के 18 हजार करोड़ रुपये देंगे। जिसमें से 2 करोड़ 30 लाख किसान उत्तर प्रदेश के हैं।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि संबंधित 89.90 करोड़ रुपए की लागत की 40 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इनमें 30.67 करोड़ रुपए की दस परियोजनाओं का लोकार्पण, 26.45 करोड़ रुपए की दस परियोजना का शिलान्यास व 32.77 करोड़ रुपए की 20 परियोजनाओं का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान पात्र व्यक्तियों को जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित भी किया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने की संकल्पना को पूर्ण करने के लिए इन परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है। किसान को जब नई तकनीक, समय पर बीज और खाद, समय पर कृषि वैज्ञानिकों की उचित सलाह और सहयोग मिलेगी तो हमारा अन्नदाता किसान वह सब करने का सामर्थ्य होगा, जो देश उनसे उम्मीद रखता है। इन सभी कार्यों का लक्ष्य अपने अन्नदाता के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाना है। जल्द ही 20 से ज्यादा कृषि विज्ञान केंद्र बनाए जाएंगे, जिससे किसानों को लाभ होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि संबंधित 89.90 करोड़ रुपए की लागत की 40 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। इनमें 30.67 करोड़ रुपए की दस परियोजनाओं का लोकार्पण, 26.45 करोड़ रुपए की दस परियोजना का शिलान्यास व 32.77 करोड़ रुपए की 20 परियोजनाओं का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान पात्र व्यक्तियों को जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित भी किया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सम्पन्न बनाने की संकल्पना को पूर्ण करने के लिए इन परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है। किसान को जब नई तकनीक, समय पर बीज और खाद, समय पर कृषि वैज्ञानिकों की उचित सलाह और सहयोग मिलेगी तो हमारा अन्नदाता किसान वह सब करने का सामर्थ्य होगा, जो देश उनसे उम्मीद रखता है। इन सभी कार्यों का लक्ष्य अपने अन्नदाता के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाना है। जल्द ही 20 से ज्यादा कृषि विज्ञान केंद्र बनाए जाएंगे, जिससे किसानों को लाभ होगा।
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मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि किसान की खेती पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता। यह तो आपसी सहमति का मामला। हममनेकिसान हित को संरक्षित करने का पूरा इंतज़ाम किया गया। आज विपक्ष इसलिए परेशान है क्योंकि मोदी जी ने किसानों के लिए बहुत काम किया है। अन्नदाता के जीवन में खुशहाली लाना ही हमारा उद्देश्य है। देश की प्रगति समृद्धि का रास्ता तब खुलेगा जब किसानों की उपज में लागत कम की जाएगी और खेत से लेकर बाजार तक चेन को जोड़ा जाएगा। शासन की मनशा है कि किसानों के लिए बिना भेदभाव के काम किया जाए। सीएम ने कहा कि किसानों को तकनीक से जोड़ कर उनके खेतो में उपज बढ़ाना ही हमारा लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि किसान की खेती पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता। यह तो आपसी सहमति का मामला। हममनेकिसान हित को संरक्षित करने का पूरा इंतज़ाम किया गया। आज विपक्ष इसलिए परेशान है क्योंकि मोदी जी ने किसानों के लिए बहुत काम किया है। अन्नदाता के जीवन में खुशहाली लाना ही हमारा उद्देश्य है। देश की प्रगति समृद्धि का रास्ता तब खुलेगा जब किसानों की उपज में लागत कम की जाएगी और खेत से लेकर बाजार तक चेन को जोड़ा जाएगा। शासन की मनशा है कि किसानों के लिए बिना भेदभाव के काम किया जाए। सीएम ने कहा कि किसानों को तकनीक से जोड़ कर उनके खेतो में उपज बढ़ाना ही हमारा लक्ष्य है।
कोरोना काल में चीनी मिलें बन्द नहीं होने दी-
मुख्यमंत्री ने बताया कि 22 हज़ार करोड़ रुपये किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के रूप में दी गयी है। सीएम ने चीनी मिलों को लेकर कहा कि 2017 के पहले खरीद के केंद्र नहीं लगते थे, बिचौलिए काम करते थे। लेकिन हमारी सरकार ने कोरोना काल मे चीनी मिलें बन्द होने नहीं दी। सरकार किसानों की आय दुगनी करने का काम कर रही है इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी मिल रहा है। किसानों की परंपरागत कृषि के अलावा वेजिटेबल बागवानी भी की जाएगी। अभिनंदन है प्रगतिशील किसानों का जो शोध करके खेती कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 22 हज़ार करोड़ रुपये किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के रूप में दी गयी है। सीएम ने चीनी मिलों को लेकर कहा कि 2017 के पहले खरीद के केंद्र नहीं लगते थे, बिचौलिए काम करते थे। लेकिन हमारी सरकार ने कोरोना काल मे चीनी मिलें बन्द होने नहीं दी। सरकार किसानों की आय दुगनी करने का काम कर रही है इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी मिल रहा है। किसानों की परंपरागत कृषि के अलावा वेजिटेबल बागवानी भी की जाएगी। अभिनंदन है प्रगतिशील किसानों का जो शोध करके खेती कर रहे हैं।