अयोध्या

प्राण प्रतिष्ठा की तरह एक बार फिर गूंजेगा ” राम आए मेरे अंगना”..हनुमानगढ़ी से रामलला मंदिर तक होगी फूलों की वर्षा

वासंतिक नवरात्र की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। नवरात्र का समापन 17 अप्रैल को राम नवमी के मुख्य पर्व के साथ होगा। इस मौके पर राम मंदिर के अलावा सभी वैष्णव परम्परा के मंदिरों समेत शाक्त परम्परा के छोटी देवकाली व बड़ी देवकाली मंदिरों में कलश स्थापना के साथ अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। राम मंदिर में 51 वैदिक आचार्यों के द्वारा श्रीरामचरितमानस व श्रीमद वाल्मीकि रामायण के अलावा विष्णु सहस्रनाम एवं श्रीराम रक्षा स्त्रोत का पारायण भी किया जाएगा ।

अयोध्याApr 07, 2024 / 11:04 pm

anoop shukla

प्राण प्रतिष्ठा की तरह एक बार फिर गूंजेगा ” राम आए मेरे अंगना

अयोध्या में तीर्थ क्षेत्र की ओर से रामनवमी पर रामलला के प्राकट्योत्सव को पूरी गरिमा और धार्मिक मर्यादा के साथ भव्यतापूर्ण ढंग से मनाने की तैयारी की जा रही है। इसी कड़ी में राम मंदिर परिसर को सुगंधित पुष्पों से सजावट का भी इंतजाम किया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा की तर्ज पर रामनवमी पर भी राम मंदिर को भव्यता से फूलों से सजाया जाएगा। इसके लिए टेंडर भी कर दिया गया है। रामनवमी पर रामलला के ललाट पर सूर्य तिलक के साथ हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा की भी तैयारी है। राम नवमी पर्व पर उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ के नियंत्रण व उनकी सुविधाओं को लेकर जिला प्रशासन की तैयारियां तेज हो चुकी है।
हर दिन जिले के आला अफसर महकमे के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मेला क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में जाकर सम्बन्धित व्यवस्थाओं के लिए स्थान चिह्नित करने के अतिरिक्त आवश्यक प्रबंध का निर्देश दे रहे हैं। दूसरी ओर जिला प्रशासन के समन्वय से श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र भी व्यवस्थाओं के प्रबंध में जुटा है।
राम मंदिर में करीब 50 कुंतल देशी -विदेशी फूलों से पूरे परिसर की साज-सज्जा की जाएगी। राम मंदिर के गर्भगृह के अतिरिक्त सभी पांचों मंडपों रंग मंडप, नृत्य मंडप, गूढ़ी मंडप, प्रार्थना व कीर्तन मंडप के अलावा बाहरी दीवारों व शिखर समेत सीढ़ियों व परकोटे के भागों को भी फूलों से सुसज्जित किया जाएगा। इसी तरह जन्मभूमि पथ व प्रवेश द्वार पर फूलों के गेट बनाए जाएंगे।
वहीं क्रासिंग थ्री एवं 11 नंबर गेट के अलावा उत्तरी द्वार पर फूलों का द्वार बनाया जाएगा। उधर कनकभवन और हनुमानगढ़ी में फूलों की भव्य सजावट की जाएगी। कनक भवन और हनुमानगढ़ी में कोलकाता के एक भक्त की ओर से फूलों की साज-सज्जा कराई जाएगी जबकि राम मंदिर में सजावट का काम तीर्थ क्षेत्र के ही माध्यम से कराया जाना है।
राम नवमी के मुख्य पर्व पर 17 अप्रैल को राम मंदिर में जहां रामलला के ललाट पर सूर्य तिलक के अलावा हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा कराने की भी तैयारी भी चल रही है। यद्यपि हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा के बारे में अधिकृत रूप से किसी प्रशासनिक अधिकारी व तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारी ने कोई पुष्टि नहीं की है पर चर्चा है कि प्राण प्रतिष्ठा में जिस तरह हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गयी थी, उसी तरह इस बार भी पुष्प वर्षा की जाएगी।

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