राम वन गमन मार्ग को अयोध्या से चित्रकूट तक संवारेगी यूपी सरकार राम जन्मभूमि परिसर में श्रीराम यज्ञशाला, थिएटर, म्यूजियम, अनुसंधान केंद्र सहित कई अन्य भवनों का भी निर्माण किया जाना है। इन सभी की आर्कीटेक्ट डिजायन बनकर तैयार है। मंदिर की नींव भरने का काम पूरा होने के बाद अन्य भवनों के निर्माण का काम शुरू होगा।
वन गमन मार्ग का कायाकल्प होगा अयोध्या से चित्रकूट तक राम वन गमन मार्ग से जुड़े आश्रमों, मठों, मंदिरों और तीर्थों को संवारा जाएगा। ताकि, वन गमन के दौरान प्रभु राम जहां-जहां ठहरे थे, उन तीर्थों का विकास होने के साथ ही वहां पर्यटकों को लुभाया जा सके। पर्यटन विभाग ने इस योजना पर काम शुरू कर दिया है।
अयोध्या में राममंदिर से जुड़े जमीन विवाद को लेकर अब संतों में दो फाड़ अयोध्या का दायरा 873.37 वर्ग किमी का होगा मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या शहर के विकास के लिए भी अनेक कार्य किए जा रहे हैं। अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय शहर का दर्जा देने के लिए इसका दायरा बढ़ाकर 873.37 वर्ग किमी जाएगा। जबकि, श्रीराम मंदिर के कोर सिटी का दायरा 31.5 वर्ग किमी तक होगा। अयोध्या का मास्टर प्लान 133 वर्ग किमी क्षेत्रफल का तैयार किया जा रहा है। जिसमें ग्रीनफील्ड टाउनशिप 4.86 वर्ग किमी में बसाई जाएगी।
उत्सवधर्मी नगर बसाए जाएंगे अयोध्या में आध्यात्मिक नगर, वैदिक एवं पारंपरिक ज्ञान और उत्सवधर्मी नगर भी बसाए जाएंगे। मंदिरों और धरोहरों का संरक्षण किया जाएगा। सरयू का तटीय विकास होगा। और सरयू में क्रूज चलेंगे।