अयोध्या. राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन की तैयारियों के बीच पूरी अयोध्या का कायाकल्प किया जा रहा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन को ध्यान में रखते हुए रामनगरी की परिवहन व्यवस्था वल्र्ड क्लास की होगी। चाहे वह रेलवे स्टेशन हो, बस स्टेशन या फिर हवाई अड्डा सभी में आध्यात्मिकता के पुट के साथ आधुनिकता का समावेश होगा। रामनगरी के ‘विकास कांड’ में अयोध्या का रेलवे स्टेशन आकर्षण का केंद्र बनेगा। रेलवे स्टेशन रामलला मंदिर की अनुकृति है। स्टेशन पर उतरने के बाद श्रद्धालु एक बारगी चौंक जाएंगे की यह मंदिर है या फिर रेलवे स्टेशन। जिस गति से रेलवे स्टेशन को संवारने का काम चल रहा है उससे इसके साल 2020 के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
दीवारों पर जगह-जगह मानस की चौपाईयां :- रामनगरी अयोध्या के रेलवे स्टेशन का डिजाइन राम मंदिर जैसा है। पिलर और गुंबद राम मंदिर मॉडल की तरह आकार ले रहे हैं। काम थोड़ा मूर्त रूप ले तो उसके बाद राम चारितमानस की चौपाईयां दीवारों पर जगह-जगह उकेरी जाएंगी। इस रंग रुप को देखकर ट्रेन से उतरते ही श्रद्धालु स्टेशन पर ही माथा टेकने लगेंगे।
अब तक 108 करोड़ का बजट :- केंद्र सरकार ने इस स्टेशन को बनाने के लिए अब तक108 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं। रेलवे स्टेशन को संवारने का काम तेजी से चल रहा है। रेलवे स्टेशन में जहां प्राचीनता का पुट होगा वहीं यह आधुनिकतम सुविधाओं से भी लैस होगा। ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटकों को लुभाया जा सके।
एक लाख के लिए विश्राम कक्ष :- अयोध्या के रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण में भविष्य का भी ख्याल रखा जा रहा है। यहां इनडोर और आउटडोर इतने विश्राम कक्ष बनाए जा रहे हैं, कि जरूरत पडऩे पर करीब एक लाख व्यक्ति यहां रुक सकेंगे। स्टेशन वाई-फाई और इंटरनेट की सुविधा से लैस होगा। खाने पीने के लिए कैफीटेरिया और बेहतरीन रेस्ट्रॉ आकर्षण का केंद्र होंगे। पूरा स्टेशन एलईडी की रोशनी से नहाया होगा। 24 मिनरल वॉटर पॉइंट होंगे जो यात्रियों की प्यास बुझाएंगे। एक समान दूरी पर स्टील बेंच लगेंगी। यात्रा श्रद्धा के साथ-साथ आनन्द की पूरी सुविधा होगी। देशी श्रद्धालु हो या विदेशी पर्यटक जो रामलला का दर्शन करने अयोध्या ट्रेन से आएगा वह रेलवे स्टेशन पर उतरकर श्रद्धा से नतमस्तक हो जाएगा।