ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि भूमि के दस्तावेज मिलने के बाद अब जल्द ही ट्रस्ट का परमानेंट एकाउंट नंबर यानि पैन हासिल किया जाएगा। फिर उसका बैंक खाता खुलवा कर, आयकर से 80जी व अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। ट्रस्ट जमीन पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जनसहयोग से धनराशि संकलित करना शुरू करेगा। उन्होंने कहा ट्रस्ट केन्द्र या राज्य सरकार से निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग नहीं मांगेगा। उन्होंने कहा कि वहां बनने वाला अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस बड़ा अस्पताल अयोध्या व आसपास के सभी धर्म, संप्रदाय के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देगा।
इकबाल को तवज्जो न मिलने से नाराजगी
उधर, बाबरी मस्जिद के पक्षकार रह चुके इकबाल अंसारी ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन और इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन मस्जिद ट्रस्ट के अध्यक्ष जफर फारुखी पर नाराजगी भरा रुख अख्तियार किया है। अंसारी ने कहा कि उन्हें मस्जिद के लिए बनाए गए नए ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि वे इस बात से खुश हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के भूमिपूजन के लिए अयोध्या आ रहे हैं। दरअसल, इकबाल अंसारी शुरू से ही मांग करते रहे हैं कि 5 एकड़ भूमि में स्कूल और अस्पताल बनाया जाए। लेकिन, उनकी मांग को कोई तवज्जो नहीं दी गयी। उन्हें ट्रस्ट में भी शामिल नहीं किया गया।
उधर, बाबरी मस्जिद के पक्षकार रह चुके इकबाल अंसारी ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन और इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन मस्जिद ट्रस्ट के अध्यक्ष जफर फारुखी पर नाराजगी भरा रुख अख्तियार किया है। अंसारी ने कहा कि उन्हें मस्जिद के लिए बनाए गए नए ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि वे इस बात से खुश हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के भूमिपूजन के लिए अयोध्या आ रहे हैं। दरअसल, इकबाल अंसारी शुरू से ही मांग करते रहे हैं कि 5 एकड़ भूमि में स्कूल और अस्पताल बनाया जाए। लेकिन, उनकी मांग को कोई तवज्जो नहीं दी गयी। उन्हें ट्रस्ट में भी शामिल नहीं किया गया।