अयोध्या की सुबह मंदिरों में घंटियां और मस्जिदों में आजान से शुरू हुई 6 दिसंबर 1992 में लाखों कारसेवकों ने विवादित ढांचा को ढहाया दिया था। जिसके बाद से अयोध्या कड़ी सुरक्षा के बीच जकड़ दिया गया था। लेकिन धीरे धीरे सब सामान्य हो रहा है। और आज 29 वर्ष बीत जाने के बाद अयोध्या नगर में शांति दिखाई दे रही। अयोध्या की सुबह मंदिरों में घंटियां और मस्जिदों में आजान के साथ शुरू हुई। और लोग अपने कार्यों में लगे रहे। लेकिन जब सुरक्षा की सख्ती दिखाई देती है तो स्थानीय लोग भी इस दिन याद करने लगते हैं।
अयोध्या में रामलला मंदिर का हो रहा निर्माण राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की माने तो 6 दिसम्बर वही दिन है जब 1992 में हिन्दूओं ने अयोध्या के माथे पर लगे कलंक को मिटा दिया था। उसके बाद से 28 वर्षों तक चले मुकदमे के बाद रामचंद्र स्थान को सुप्रीम कोर्ट ने भी माना और उस पर भव्य मंदिर निर्माण का आदेश दिया आज अयोध्या में भगवान श्री रामलला के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। हम लोग इस निर्माण कार्य को लेकर बहुत ही खुश हैं।
6 दिसंबर को अयोध्या में शांति – आचार्य सत्येंद्र दास आचार्य सत्येंद्र दास ने आगे कहाकि, 6 दिसंबर को लेकर अयोध्या में सब शांति है लेकिन कोई भी बाहरी व्यक्ति अयोध्या की शांति को न बिगाड़े इसलिए बड़ी मात्रा में सुरक्षा तैनात किया गया है। और नॉर्मल दिनों की तरह आज ही लोग मंदिरों में पूजा पाठ कर रहे हैं और श्री रामलला का दर्शन किया जा रहा है।
अयोध्या सब मिलजुल कर रहते हैं – इकबाल अंसारी इस मुद्दे पर बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि, अयोध्या धर्म की नगरी है यहां पर सभी एक दूसरे के साथ मिलकर रहते हैं। 6 दिसंबर को लेकर सुरक्षा भले ही बढ़ दी गई हो। लेकिन यहां पर किसी प्रकार का तनाव नहीं है। पूरे देश में आपसी सद्भाव बनी रहे और कोई नया विवाद न खड़ा किया जाए। लेकिन कुछ लोग मथुरा को लेकर विवाद पैदा करना चाह रहे हैं वह नहीं चाह रहे कि देश में अमन चैन बनी रहे।
प्रदेश में अलर्ट जारी अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि, बाबरी विध्वंस की वर्षगांठ पर प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। तीनों धार्मिक नगरी अयोध्या, मथुरा और काशी के संबंध में सभी जिलों के अफसरों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। यहां अतिरिक्त फोर्स की भी तैनाती की गई है।