रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर निर्माण के लिए गर्भ ग्रह स्थल सहित लगभग 3 एकड़ में 40 फुट की खुदाई की गई है। इस दौरान गर्भगृह स्थल के पास स्थित 300 वर्ष पुराने पीपल के वृक्ष को जड़ों के सहित कुबेर जिले के पास स्थानांतरित कर दिया गया जहां वह पीपल का पेड़ फिर से हरा भरा दिखाई दे रहा है तो वहीं दूसरी ओर गर्भ ग्रह स्थल पर हटाए गए पीपल के पेड़ की जड़े फिर से दिखने लगे जिसको पुनः खुदाई हटाये जाने का कार्य किया जा रहा था कि जडों के बीच प्राचीन अष्टधातु के 4 घड़े दिखाई देने लगे। तो वर्करों इसकी जानकारी एलएंडटी के अधिकारियों व ट्रस्ट को दी जिसके बाद मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन व सुरक्षा के अधिकारियों ने भी स्थल का जायजा लिया जिसके बाद उस स्थान पर खोदाई को लेकर रोक लगाए जाने के साथ कैमरा के निगरानी में रखा गया है वहीं आसपास की सुरक्षा भी बढ़ा दिया है। लेकिन अभी इस मामले को लेकर ट्रस्ट द्वारा पुष्टि नही किया गया है।