Skoda Kylaq का सेफ्टी परफॉर्मेंस?
एडल्ट ओक्यूपेंट प्रोटेक्शन में स्कोडा काईलैक ने 32 में से 30.88 अंक (97%) हासिल किए हैं। फ्रंटल ऑफसेट बैरियर टेस्ट में इसे 16 में से 15.035 अंक (94%) मिले, जबकि साइड-मूविंग डिफॉर्मेबल बैरियर टेस्ट में 15.840 अंक (16 में से) मिले हैं। इस क्रैश टेस्ट के दौरान कार के केबिन और फुटवेल को पूरी तरह से स्थिर पाया गया, जो सेफ्टी के लिहाज से एक अच्छी बात है। यह भी पढ़ें– कल से शुरू हो रहा है Bharat Mobility Global Expo 2025, प्रधानमंत्री मोदी करेंगे शुरुआत, ये रही पूरी जानकारी चाइल्ड ओक्यूपेंट प्रोटेक्शन?
काईलैक ने चाइल्ड ओक्यूपेंट प्रोटेक्शन में भी शानदार प्रदर्शन किया है, जहां इसे 49 में से 45 अंक (92%) मिले। 1.5 और 3 साल के बच्चों के लिए फ्रंटल और साइड टेस्ट में इसने क्रमशः 16 और 8 अंक हासिल किए हैं। इसके अलावा, चाइल्ड सीट असैसमेंट में इसने पूरे अंक हासिल किए, जिससे यह साबित होता है कि काईलैक बच्चों के लिए भी सेफ कार है।
स्कोडा और फॉक्सवैगन का सेफ्टी में जलवा
स्कोडा के काईलैक के साथ-साथ, कुशाक और स्लाविया जैसे अन्य मॉडल्स भी BNCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार रेटिंग हासिल कर चुके हैं। फॉक्सवैगन की टाइगुन और वर्ट्स ने भी 5-स्टार रेटिंग हासिल की है। इसके साथ ही, स्कोडा और फॉक्सवैगन अब सेफ्टी के मामले में सबसे आगे हैं, क्योंकि इन दोनों कंपनी के पास सबसे ज्यादा 5-स्टार रेटिंग वाली गाड़ियां मौजूद हैं।