सबसे पहले जानें Fixed और Floating Interest Rate में क्या है अंतर?
ब्याज की निश्चित दर (Fixed Interest rate) का मतलब है, कि आपकी ब्याज दर आपके लोन की अवधि के दौरान समान रहती है। इनमें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रेपो दरों में कोई बदलाव होने पर भी बदलाव नहीं होता है। वहीं इस ब्याज दर में मासिक किस्तें (ईएमआई) भी पूरी अवधि में समान रहेंगी। वहीं कुछ फाइनेंसर ऐसे ऋण की पेशकश करते हैं जिनकी ब्याज दर केवल कार्यकाल के पहले कुछ वर्षों के लिए होती है, बाद में फ्लोटिंग ब्याज दर पर स्विच होे जाती हैं। फिक्स्ड ब्याज दर की खास बात यह है, कि इसमें समय के साथ उतार-चढ़ाव नहीं होता है, आपकी ईएमआई स्थिर रहती है, जिससे आप मासिक बजट और लंबी अवधि की वित्तीय बचत या निवेश की सटीक योजना आसानी से बना सकते हैं।
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वहीं फ्लोटिंग ब्याज दर बाजार के साथ बदलती रहती है। ब्याज की गणना बेस रेट के आधार पर की जाएगी ताकि जब बेस रेट में बदलाव हो तो फ्लोटिंग रेट में भी बदलाव हो। फ्लोटिंग ब्याज दरें आमतौर पर उसी ऋणदाता द्वारा दी जाने वाली निश्चित ब्याज दर से 1% से 2.5% कम होती हैं। इसका मतलब है कि भले ही फ्लोटिंग ब्याज दर बढ़ जाती है, फिर भी यह निश्चित ब्याज दर (Fixed Interest rate) की तुलना से कम होती है।
इन बैंको में मिलता है सबसे सस्ता लोन
वर्तमान में सबसे सस्ता बैंक लोन कोटक महिंद्रा बैंक द्वारा दिया जाता है, KMB वर्तमान में 7.25 प्रतिशत की ब्याज दर से कार लोन देता है, वहीं इसके बाद प्राइवेट सेक्टर बैंक एक्सिस बैंक की कार लोन पर ब्याज दर 7.45 प्रतिशत है। इसके साथ ही अन्य बैंको की ब्याज दर के बारे में जानने के लिए आप दी गई इमेज को चेक कर सकते हैं।