जानिए क्या है बीएस अपग्रेड बीएस को अपग्रेड करने के बाद गाड़ियों में ईंधन से होने वाला प्रदूषण नियंत्रित किया जाता है। जानकारी के अनुसार विकसित देशों की तुलना में भारत में प्रदूषण की मात्रा ज्यादा है। अगर इस समय भारत की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां की हवा सबसे ज्यादा जहरीली है। यहां सांस लेना यानी तमाम बीमारियों को न्यौता देना है।
जानिए बीएस- 6 अपग्रेड क्यों है जरूरी बीएस-6 लागू होने के बाद प्रदूषण को लेकर पेट्रोल और डीजल कारों के बीच ज्यादा अंतर नहीं होगा और डीजल कारों से 68 फीसदी और पेट्रोल कारों से 25 फीसदी तक नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन कम हो जाएगा। ऐसे में भारत में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर में कमी लाई जा सकती है। इसके साथ ही आपको बता दें कि इंसान और प्रकृति के ले हानिकारक (पीएम) का उत्सर्जन भी डीजल कारों से 80 फीसदी तक कम हो जाएगा।
दिन में भी जलती रहेंगी हेडलाइट देश में मौजूद वक्त में चल रहे बीएस-4 मानक वाले वाहनों में हेड लाइट ऑन-ऑफ करने का सिस्टम ही खत्म कर दिया है। हेड लाइट ऑन ऑफ स्विच की जगह अब सभी दोपहिया वाहनों में आटोमैटिक हेड लाइट सिस्टम (ओएचओ) होगा।
इसमें इंजन स्टार्ट होते ही मोटरसाइकिल की हेडलाइट अपने आप ऑन हो जाएगी। जब तक दोपहिया वाहन का इंजन स्टार्ट रहेगा तब तक हेडलाइट ऑन रहेगी। वाहन चालक इसे चाहकर भी बंद नहीं कर पाएंगे। आपको बता दें कि BS-6 वाहनों में भी यही सिस्टम है।