नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये यह जानकारी साझा की और इस हाइब्रिड फ्लाइंग कार का मॉडल भी दिखाया। उन्होंने ट्वीट किया, “विनाता एयरोमोबिलिटी की युवा टीम द्वारा जल्द ही हकीकत बनने जा रही एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार के कॉन्सेप्ट मॉडल को देखकर खुशी हुई।”
उन्होंने आगे लिखा, “एक बार हवा में उड़ने के बाद फ्लाइंग कार्स (उड़ने वाली कारों को) का इस्तेमाल सवारियों और माल को ढोने के साथ ही आपातकालीन चिकित्सीय सेवाओं में किया जा सकेगा।” 5 अक्टूबर को लंदन में आयोजित होने वाली दुनिया की सबसे बड़ी Helitech प्रदर्शनी में भारत की एरियल मोबिलिटी कंपनी विनाता एयरोमोबिलिटी अपने हाइब्रिड इलेक्ट्रिकल eVTOL कॉन्सेप्ट एयर कार्गो एंड पैसेंजर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को पेश करेगी।
एशिया की पहली हाइब्रिड फ्लाइंग कार होने का दावा करने वाली मेड इन इंडिया टू-सीटर कार बिजली के साथ-साथ जैव ईंधन का इस्तेमाल करती है ताकि इसका इस्तेमाल ज्यादा टिकाऊ और वाजिब हो सके।
इस हाइब्रिड फ्लाइंग कार का वजन 1100 किलोग्राम है और यह अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन उठा सकती है। उड़ने वाली कार का विमान प्रकार हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) है और इसका रोटर कॉन्फ़िगरेशन को-एक्सियल क्वाड-रोटर है। इस कार की जनरेटर पावर बाधित होने की स्थिति में मोटर को बिजली प्रदान करने के लिए इसमें बैकअप पावर भी दी गई है।
विनाता की हाइब्रिड फ्लाइंग कार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ डिजिटल इंस्ट्रूमेंट पैनल हैं, जो इसे उड़ाने और चलाने के अनुभव को अधिक बेहतर और टेंशन-फ्री बनाते हैं। कंपनी का दावा है कि इसकी उड़ने वाली कार शानदार है, बाहरी रूप से आकर्षक है, इसमें जीपीएस ट्रैकर के साथ मनोरंजन की भी व्यवस्था है। इस उड़ने वाली कार में पैनोरैमिक विंडो कैनोपी है जो 300 डिग्री का दृश्य प्रदान करती है।
दावा है कि हाइब्रिड फ्लाइंग कार का की रेंज 100 किलोमीटर और टॉप स्पीड 120 किमी/घंटा है। इसके अधिकतम उड़ान का समय 60 मिनट और अधिकतम सेवा ऊंचाई 3,000 फीट होने का दावा किया गया है।
सुरक्षा के उद्देश्य से हाइब्रिड इलेक्ट्रिक फ्लाइंग कार में इजेक्शन पैराशूट के साथ-साथ एयरबैग इनेबिल्ड कॉकपिट भी है। इसके अलावा, यह हाइब्रिड फ्लाइंग कार डिस्ट्रिब्यूटेड इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन (डीईपी) सिस्टम का इस्तेमाल करती है जो यात्रियों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करती है। इसका मतलब है कि विमान पर कई प्रोपेलर और मोटर हैं और अगर एक या अधिक मोटर या प्रोपेलर काम करना बंद कर देते हैं, तो अन्य काम करने वाली मोटर और प्रोपेलर विमान को सुरक्षित रूप से उतार सकते हैं।