आइए एक नज़र डालते है एक्सप्रेसवे पर ड्राइविंग के दौरान ऐसे 10 बड़े खतरों पर, जिनसे बचने के लिए सावधानी बहुत ही ज़्यादा ज़रूरी है।
1. तेज़ रफ्तार की वजह से टायर का फटना – एक्सप्रेसवे को बनाने में कंक्रीट का इस्तेमाल होता है, जिससे एक्सप्रेसवे सालों-साल सही बने रहे। ऐसे में इनपर तेज़ रफ्तार से वाहन चलाने पर टायर फटने और इस वजह से दुर्घटना का खतरा रहता है।
2. नींद आना – एक्सप्रेसवे पर ज़्यादातर समय ट्रैफिक रहता है। ऐसे में रात के समय नींद की वजह से ड्राइवर को झपकी आने से दुर्घटना का खतरा रहता है।
3. जानवरों का वाहन के सामने आना – तेज़ रफ्तार से चल रहे वाहन के सामने कई बार सड़क/एक्सप्रेसवे पर जानवर आ जाते हैं। ऐसी स्थिति में भी दुर्घटना का खतरा रहता है।
4. ऑइल का लीक होना – ऑइल के लीक होने से भी खतरे की स्थिति पैदा हो सकती है। तेज़ रफ्तार से दौड़ रहे वाहन एक्सप्रेसवे पर गिरे ऑइल की वजह से फिसल सकते हैं। इससे भी दुर्घटना का खतरा रहता है।
5. कोहरा – सर्दियों के मौसम में अक्सर ही सुबह के समय कोहरा रहता है। ऐसे में ड्राइविंग के दौरान सामने सही से दिखाई न देने से दुर्घटना का खतरा रहता है।
यह भी पढ़ें – बिना ड्राइवर के चलता है यह ट्रक, जानिए डिटेल्स
6. लूटपाट – सामान्य तौर पर एक्सप्रेसवे शहर की रेंज से बाहर होते हैं। साथ ही इनपर कई बार अच्छी लाइट भी नहीं होती। ऐसे में एक्सप्रेसवे पर लूटपाट का भी खतरा बना रहता है।
7. लेफ्ट लेन में तेज़ रफ्तार वाले वाहन – लेफ्ट लेन में चल रहे तेज़ रफ्तार वाले वाहन अक्सर ही तेज़ी से ओवरटेक करने की कोशिश करते हैं। ऐसे में पीछे चल रहे वाहनों का संतुलन बिगड़ने और दुर्घटना होने का खतरा रहता है।
8. फ्यूल स्टेशन की कमी – एक्सप्रेसवे पर सामान्य तौर पर फ्यूल पम्प कम ही संख्या में होते हैं। ऐसे में पहले से प्लानिंग नहीं करने और सफर से पहले फ्यूल टैंक फुल नहीं रखने पर पर एक्सप्रेसवे पर फ्यूल खत्म होने का खतरा रहता है।
9. धीरे चलने वाले वाहन – वैसे तो एक्सप्रेसवे पर ज़्यादातर वाहन तेज़ रफ्तार से ही चलते हैं। पर कई वाहन धीमी रफ्तार से भी चलते हैं। इससे दुर्घटना का खतरा रहता है।
10. स्थानीय लोगों का बिना संकेत के सामने आना – एक्सप्रेसवे सामान्य तौर पर शहर से दूर होते हैं। और जो स्थानीय लोग एक्सप्रेसवे के पास रहते हैं, वो बिना संकेत दिए ही कई बार एक्सप्रेसवे पर सामने आ जाते हैं। इससे दुर्घटना का खतरा रहता है।
यह भी पढ़ें – इस कंपनी ने बंद की अपनी इंजन बनाने का डिवीज़न, अब इलेक्ट्रिक वाहन पर करेगी फोकस