दीर्घकालीन व पारदर्शी नीति बनाएं- मायावती ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संकट में घिरी केंद्र सरकार को राहत मिली है, लेकिन अब जरूरी है कि सरकार दीर्घकालीन पारदर्शी नीति बनाए, जिससे देशहित में रक्षा सौदों में होने वाली गड़बड़ियां रोकी जा सकें। मायावती ने देशहित में अब केंद्र सरकार सहयोगी पार्टियों के साथ मिलकर रक्षा सौदों की खरीद में एक दीर्घकालीन व पारदर्शी नीति बनाए। रक्षा सौदों के लिए दीर्घकालीन पारदर्शी नीति बनाकर देश की छवि धूमिल होने के साथ-साथ ऐसे मामलों में कोर्ट कचहरी की मजबूरी से भी बचा जा सकता है।
ये भी पढ़ें- पीएम मोदी-सीएम योगी के आगमन से पहले यहां हुआ बड़ा हादसा, प्रशासन के फूले हाथ-पांव भाजपा और कांग्रेस एक ही थाली के चट्टे-बट्टे- उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों पर सत्ता मिलने के बाद भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। दोनों ही पार्टियां एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं और कोई किसी से कम नहीं। केंद्र में कांग्रेस की सरकार आई तो बोफोर्स तोप का घोटाला हुआ और अब केंद्र में बीजेपी है तो राफेल डील में गड़बड़ी हुई है।