ये भी पढ़ें- स्मृति ने 20 हजार अमेठीवासियों को दिया कुम्भ से जुड़ा बहुत बड़ा तोहफा, इससे पहले कभी नहीं हुआ था ऐसा ‘केक खाने’ को ‘केक लूटकर ले जाना’ कहा गया- बसपा सुप्रीमो ने कहा कि हमारे खिलाफ दुष्प्रचार किया जाता है। मेरे जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में ‘केक खाने’ को ‘केक लूटकर ले जाना’ कहा गया। यह गलत तरीके से प्रेषित किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ जातिवादी व दलित विरोधी टीवी चैनलों से संपर्क करके गलत खबरें दिखा कर षडयंत्र कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव के इस कदम ने जीत लिया लोगों का दिल, सड़क किनारे पड़े घायल को देखा तो रोका अपना काफिला और खुद आगे आकर किया सराहनीय काम आकाश की चप्पलों की कीमतों को भी बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है-
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी दलित-विरोधी मीडिया ने मेरी चप्पलों और सैंडिलों के बारे में कई झूठी खबरें फैलाई थी और अब वह मेरे भाई के बेटे के साथ भी वैसा ही कर रही है। आकाश के जूते और चप्पलों की कीमतों को भी बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है जैसे उन्होंने ही उसे खरीदकर दी हो।
आकाश को बसपा से जोड़ने पर कहा यह-
इससे पहले बसपा सुप्रीम ने कहा कि मेरे भतीजे को सस्ती राजनीति का शिकार बनाया गया है जो निंदनीय है। दलित विरोधी और जातिवादी विचारधारा रखने वाली पार्टियां सपा-बसपा गठबंधन से बौखला गई हैं। इसी कारण संकीर्ण और जातिवादि लोग मीडिया के माध्यम से सस्ती और घिनौनी राजनीति पर उतर आए हैं। इसका मुंह तोड़ जवाब देने भी हमें आता है। उन्होंने कहा कि बसपा के संस्थापक काशीराम भी मीडिया को कैसे जवाब देते थे यह मीडिया जानती है। मैं उन्ही की शिष्य हूं और जैसे को तैसा में विश्वास रखती हूं। इसलिए अब आकाश को अवश्य ही बसपा मूवमेंट से जोड़कर उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करूंगा। वो सोच रहे होंगे कि मैं किनारे कर दूंगी, लेकिन मैं काशीराम की शिष्य हूं। अगर किसी को तकलीफ होती है तो हो। बसपा को इसकी परवाह नहीं है।
इससे पहले बसपा सुप्रीम ने कहा कि मेरे भतीजे को सस्ती राजनीति का शिकार बनाया गया है जो निंदनीय है। दलित विरोधी और जातिवादी विचारधारा रखने वाली पार्टियां सपा-बसपा गठबंधन से बौखला गई हैं। इसी कारण संकीर्ण और जातिवादि लोग मीडिया के माध्यम से सस्ती और घिनौनी राजनीति पर उतर आए हैं। इसका मुंह तोड़ जवाब देने भी हमें आता है। उन्होंने कहा कि बसपा के संस्थापक काशीराम भी मीडिया को कैसे जवाब देते थे यह मीडिया जानती है। मैं उन्ही की शिष्य हूं और जैसे को तैसा में विश्वास रखती हूं। इसलिए अब आकाश को अवश्य ही बसपा मूवमेंट से जोड़कर उन्हें सीखने का अवसर प्रदान करूंगा। वो सोच रहे होंगे कि मैं किनारे कर दूंगी, लेकिन मैं काशीराम की शिष्य हूं। अगर किसी को तकलीफ होती है तो हो। बसपा को इसकी परवाह नहीं है।