किसानों और प्रत्याशी के बीच कहासुनी दोपहर की तपती गर्मी में अक्सर खेतों में काम करने वालों को ताजा ठंडा पानी नसीब नहीं हो पा रहा था। किसानों को दूर ट्यूबवेल या फिर गांव से पानी लाना पड़ रहा था। यह समस्या देखते हुए प्रत्याशी की पहल पर गांव में चंदा कराया गया। प्रत्याशी ने अपने खेत की जमीन पर हैंडपंप लगवाया। किसानों की प्यास बुझाने के लिए उसने जिताने के लिए वोट भी मांगे। उसने यह भी वादा किया था चुनाव जीतने के बाद हैंडपंप के आसपास पक्का चबूतरा व ऊपर टीन शेड भी डलवा देगा। लेकिन चुनाव परिणाम आते ही उसने कदम पीछे खींच लिए। रातों रात हैंडपंप उखड़वा दिया और गांव वालों के विरोध करने पर गाली गलौज पर उतर आया। किसानों और पूर्व प्रत्याशी के बीच कहासुनी शुरू हो गई। किसानों ने कहा कि सभी के चंदे से हैंडपंप लगा था तो उसने कहा कि हम अपने खेत से हैंडपंप हटा रहे हैं। इसमें किसी आपत्ति क्यों है और उसने भी ज्यादा चंदा दिया था।
आपसी सहमति से लगेगा हैंडपंप किसानों में महाराज सिंह पाल, नरेश पाल, अंकित पाल, प्रमोद कुमार, जितेंद्र शर्मा का आरोप है कि खेत से हैंडपंप उखाड़ने का विरोध करने पर पूर्व प्रत्याशी ने गाली गलौज कर अभद्रता की। दोबारा उसके खेत में हैंडपंप लगाने पर जानमाल की धमकी भी दी। चौकी इंचार्ज देवेंद्र प्रसाद ने कहा कि किसानों ने तहरीर दी थी, जिसके आधार पर संबंधित पूर्व प्रत्याशी से बात की गई है। दोनों पक्षों की आपसी सहमति से हैंडपंप लगवाने का प्रयास किया जा रहा है।