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इन 8 कार्यकर्ताओं की हुई हत्या- अखिलेश यादव ने कहा कि 30 मई से 5 जून तक सपा के 8 प्रमुख कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है, जिसमें समाज विशेष को गिनें तो दो दर्जन लोगों से ज्यादा की हत्याएं हो चुकी हैं। सपा अध्यक्ष ने उन 8 सपा कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले भी गिनाएं-
– 16 मई 2019 को टांडा (अंबेडकर नगर) में अयाज अहमद उर्फ गूल्लू की हत्या की गई। – 24 मई को रात 9.15 बजे गाजीपुर के थाना करण्डा के अन्तर्गत ग्राम सलारपुर के निवासी विजय यादव सदस्य जिला पंचायत की हत्या की गई।
– 30 मई को आजमगढ़ के थाना मेहनाजपुर के ग्राम रोवांपार में एक 27 वर्षीय नौजवान की गोली मारकर हत्या की गई। – 31 मई को जनपद गौतमबुद्धनगर के थाना दादरी के अन्तर्गत ग्राम गढ़ी निवासी रामटेक कटारिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
ये भी पढ़ें- ट्विंकल हत्याकांड पर यूपी मंत्री का आया शर्मनाक बयान, कहा- होती रही हैं ऐसी घटनाएं, अखिलेश ने दिया यह बयान – 31 मई को ही जनपद जौनपुर के थाना सरायख्वाजा के अन्तर्गत ग्राम उड़ली निवासी लालजी यादव की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई।
– मिर्जापुर के थाना चील्ह के अन्तर्गत पुजागिर बाजार में संतोष यादव की सरेआम निर्मम हत्या कर दी गई। – 5 जून को लखीमपुर के थाना मोहम्मदी क्षेत्र के ग्राम मोहद्दीनपुर निवासी वेदपाल यादव (22) की हत्या की गई।
– 7 जून को हापुड़ के अन्तर्गत कोतवाली हापुड़ के ग्राम ददारा निवासी सचिन चैधरी की हत्या कर दी गई। ये सभी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता थे। ये भी पढ़ें- मुलायम की बैठक की चर्चाओं के बीच अखिलेश ने बुलाई सपा कार्यालय में मीटिंग, कार्यकर्ताओं के बीच कही यह बड़ी बात
जाति विशेष को बनाया जा रहा निशाना- सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कोई जनपद ऐसा नहीं बचा है जहां पर चुन-चुनकर एक जाति विशेष को निशाना न बनाया गया हो। ऐसे लगभग दो दर्जन से ज्यादा ही परिवार होंगे। यह बात तो ढकी-छुपी नहीं है कि भाजपा आरएसएस की राजनीति की नींव नफरत और छलकपट पर आधारित है। समाज को तोड़ने और भाई-भाई में बंटवारा कराने में इन्हें महारत हासिल है। नफरत का ज़हर फैलाकर सत्ता का अपहरण करना उन्हें आता है। सपा सरकार ने जो किया उस पर लीपापोती कर अपना नाम दर्ज कराना ही भाजपा को आता है, लेकिन जनता जान गई है कि संविधान की शपथ लेने वाली भाजपा सरकार संविधान के विपरीत ही आचरण करती है। भाजपा का लोकतंत्रीय व्यवस्थाओं में कतई विश्वास नहीं है।