लेकिन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जब समस्याएं आपका पीछा नहीं छोड़ रही हैं और सारे जतन करने के बाद भी कुछ लाभ नहीं हो रहा है तो एक बार कुंडली पर विचार करा लेना चाहिए। इसके पीछे की वजह कुंडली का पितृ दोष हो सकता है। हालांकि पितृ पक्ष में कुछ उपाय से आप इनसे छुटकारा पा सकते हैं। लेकिन इससे पहले जानते हैं पितृ दोष के लक्षण..
कैसे होता है पितृ दोष
Kaise hota hai pitru dosh: ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार पितृ दोष का पता कुंडली से चलता है। किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली/जन्म पत्रिका के दूसरे भाव, आठवें भाव और दसवें भाव में सूर्य के साथ अगर केतु ग्रह है तो पितृ दोष बनता है। इसके अलावा आपके घर में असामयिक मृत्यु होने या किसी धार्मिक कर्मकांड के अधूरे होने से पितरों की मुक्ति न होने से पितृ दोष बन सकता है या पूर्वजों की गलत गतिविधि से उन्हें मुक्ति न मिलने पर पितृ दोष हो सकता है। लेकिन आपकी कुंडली या जन्म पत्रिका नहीं बनी है तब भी आप पता कर सकते हैं कि आपकी लाइफ में पितृदोष है या नही है… ये भी पढ़ेंः Pitru Paksha: आखिरी श्राद्ध पर घट रही अशुभ घटना, दुष्प्रभाव से बचने के लिए श्राद्ध में रखनी होगी ये सावधानी पितृ दोष के लक्षण (Pitru Dosh ke lakshan)
आचार्य आशुतोष वार्ष्णेय के अनुसार आपके पास जन्म पत्रिका नहीं है तो भी अपनी लाइफ में पितृ दोष है या नहीं इसका पता लगा सकते हैं। इसके लिए गरुड़ पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों में लक्षण बताए गए हैं। आइये जानते हैं
पितृ दोष के लक्षण
- यदि किसी व्यक्ति का वंश आगे नहीं बढ़ रहा है और संतान प्राप्ति में अड़चन आ रही है तो यह पितृ दोष का लक्षण हो सकता है।
- घर के आंगन, घर की दरारों या टूटे गमलों में बिना आपके लगाए पीपल का पौधा उग रहा है तो यह पितृ दोष का लक्षण है।
- कड़ी मेहनत के बाद भी नौकरी और व्यापार में परेशानी आ रही है, तरक्की नहीं हो रही है तो यह पितृ दोष का संकेत हो सकता है। पितृ दोष होने पर तरक्की नहीं मिलती है।
- घर में बच्चे अक्सर बीमार पड़ रहे हैं और घर के सदस्यों में बेवजह विवाद हो रहा है तो यह पितृ दोष का लक्षण है।
- यदि आपकी लाइफ में एक के बाद एक दुर्घटना हो रहीं हैं तो इसे पितृ दोष का संकेत समझना चाहिए।
- सिर के बाल बार-बार झड़ या गिर रहे है, हड्डियां बार बार टूट रही या कमजोर हो रही हैं तो ये पितृ दोष का लक्षण हो सकता है
- असमय आंखो की रोशनी कम हो रही है या घर परिवार में किसी प्रकार का अनिष्ट हो रहा है तो भी इसकी वजह पितृ दोष हो सकता है।
- आपके लगाए पौधे सूख रहे है और सपनो में बार-बार पितृ नजर आ रहे है तो यह पितृदोष का संकेत हो सकता है।
पितृ दोष से मुक्ति के उपाय (pitru dosh mukti upay)
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष है तो इससे मुक्ति पाने के लिए श्राद्ध के दिनों में कुछ ज्योतिषीय उपाय करने चाहिए..
- अपने पितर की मृत्यु की तिथि पर गरीबों और ब्राह्मणों को भोजन कराएं। इसके अलावा उन्हें अपने सामर्थ्यानुसार दक्षिणा भी दें।
- पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें और अक्षत, पुष्प, गंगाजल और काले तिल चढ़ाएं।
- श्राद्ध के दिनों में रोज सुबह उठने के बाद दक्षिण दिशा में मुख कर के अपने पितरों को प्रणाम करें।
- किसी गरीब कन्या के विवाह में आर्थिक मदद करने से भी पितृ दोष हट जाता है।
- पितृ पक्ष में गौ दान का भी बहुत महत्व है।