एक दूसरे में समाते नजर आएंगे दोनों ग्रह
सारिका ने बताया कि जोड़ी बनाते इन ग्रहों में मंगल पृथ्वी से लगभग 22 करोड़ किलोमीटर से अधिक दूर होगा तो बृहस्पति 80 करोड़ किलोमीटर से अधिक दूर होगा। दूरी में इतना अंतर होते हुए भी पृथ्वी से देखने पर इनका कोण इस प्रकार होगा कि वे जोड़ी के रूप में एक दूसरे में समाते दिखेंगे।
सारिका ने बताया कि पूर्णिमा के चंद्रमा की आकाश में चौड़ाई लगभग 0.5 डिग्री दिखती है, आज जोड़ी बनाते इन ग्रहों के बीच की दूरी सिर्फ 0.3 डिग्री रह जाएगी जो कि चंद्रमा की चौड़ाई से भी कम होगी।
9 साल बाद फिर घटेगी यह घटना
चूकिये मत इस घटना को देखने से क्योंकि अगली बार बृहस्पति और मंगल के इतने करीब होने की घटना 1 दिसंबर 2033 को होगी। ये भी पढ़ेंः राहु एक्टिव होने की पहचान है इंसान की यह बुरी आदत, जानें राहु केतु की सक्रियता के लक्षण