मकर संक्रांति का ज्योतिष में भी महत्व है। माना जाता है कि जिस सवारी से मकर संक्रांति आती है, उसी अनुरूप फल मिलते हैं। ज्योतिषियों का मानना है इस साल बालव करण संक्रांति के साथ मकर संक्रांति का वाहन बाघ है। ऐसे में आइये जानते हैं मकर संक्रांति का प्रभाव क्या होगा ..
मकर संक्रांति 2025 का ज्योतिषीय प्रभाव (Makar Sankranti 2025 Astrology)
1.पं. शिवम तिवारी के अनुसार चोरों के लिए यह संक्रांति अच्छी है। 2. वस्तुओं की लागत सामान्य होगी। 3. देश दुनिया में भय और चिंता का माहौल रहेगा। 4. लोग खांसी और सर्दी से पीड़ित रहेंगे। 5. राष्ट्रों के बीच संघर्ष होगा और बारिश के अभाव में अकाल की आशंका बनेगी। ये भी पढ़ेंः Makar Sankranti 2025: कब है मकर संक्रांति, जानें डेट, स्नान दान का समय और इस दिन क्या करें
कब है मकर संक्रांति 2025 (kab hai makar sankranti 2025)
पंचांग के अनुसार 14 जनवरी 2025 को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे और संक्रांति का क्षण 9.03 बजे है। इस तरह मकर संक्रांति मंगलवार 14 जनवरी को है। इस दिन मकर संक्रांति के पुण्यकाल में स्नान दान, पूजा पाठ करना शुभ फलदायक होता है और मकर संक्रांति का पुण्यकाल सुबह 9.03 बजे से शाम 6.07 बजे यानी 9 घंटे 04 मिनट है। जबकि स्नान दान का सबसे शुभ समय मकर संक्रांति का महापुण्यकाल 1 घंटा 48 मिनट का है। इस दिन महापुण्यकाल सुबह 9.03 बजे से सुबह 10.51 बजे तक है।