आइये जानते हैं हथेली के राजयोग
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार व्यक्ति के हाथ में कुछ ऐसे चिह्न और रेखाएं होती हैं जो राजयोग के संकेत देती हैं। ऐसे व्यक्ति का जीवन ऐश्वर्य से भर हुआ होता है और जीवन भर सुख-समृद्धि मिलती है।गजलक्ष्मी योग (Gaj Laxmi Yog)
हस्त रेखा विशेषज्ञ डॉ. अनीष व्यास के अनुसार हथेली में मणिबंध से आरंभ होकर कोई रेखा जब शनि पर्वत पर जाती है और साथ में सूर्य पर्वत भी उभरा हुआ होता है और इस पर सूर्य रेखा भी गहरी और लालिमा लिए होती है, साथ में मस्तिष्क रेखा, स्वास्थ्य रेखा और आयु रेखा पुष्ट होती है तो व्यक्ति के हाथों में गजलक्ष्मी योग होता है। ऐसा योग जिस व्यक्ति के हथेली में बनता है वह देवी लक्ष्मी की कृपा से संपन्न होता है।दोनों हथेली में इस रेखा का बनना बहुत ही उत्तम होता है। ऐसी रेखा वाले व्यक्ति गरीब परिवार में पैदा होकर भी बड़े धनवान बनते हैं। ऐसा व्यक्ति व्यवहार कुशल और गुणवान होता है, अपनी मेहनत और लगन से यह खूब तरक्की और लाभ पाते हैं।
शुभ योग (Shubh Yog)
हस्त रेखा विशेषज्ञ डॉ. अनीष व्यास के अनुसार हथेली में शनि पर्वत उठा हुआ है और मणिबंध से अथवा चंद्र पर्वत से निकलकर स्पष्ट रेखा यहां आकर ठहर जा रही है तो यह शुभ योग है। यह योग जिस व्यक्ति की हथेली में पाया जाता है वह अपने जन्म स्थान से दूर जाकर अपनी किस्मत को चमकाता है।ऐसे व्यक्ति बोलने की कला में महारत रखते हैं। सेल्स मार्केटिंग, प्रवक्ता, प्रवचनकर्ता, नेता जैसे क्षेत्रों में जहां वाणी का प्रभाव खूब चलता है, उनमें बड़े सफल होते हैं। ऐसे लोग, लोगों में अपनी मजबूत स्थिति बना पाते हैं। इन्हें समाज में सम्मान, प्रसिद्धि और धन ऐश्वर्य सब प्राप्त होता है।
अमला योग (Amla Yog)
हस्त रेखा विशेषज्ञ डॉ. अनीष व्यास के अनुसार अमला योग हथेली में सूर्य, चंद्र और शुक्र के प्रभाव से बनता है। हथेली में सूर्य, चंद्र और शुक्र पर्वत ऊंचा है और साथ में चंद्र पर्वत से कोई रेखा बुध पर्वत तक गई हो तो इससे अमला योग बनता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति बहुत ही बुद्धिमान और धनवान होता है।हथेली में इस राजयोग के होने पर व्यक्ति प्रतिष्ठा और सम्मान पाता है। कामकाज के सिलसिले में ऐसे लोगों को विदेश यात्रा का भी मौका मिलता है। इस तरह की रेखा जिस व्यक्ति की हथेली में होता है वह जीवन में हर तरह का भौतिक सुख पाता है। वैसे इस तरह की रेखा हथेली में होने पर व्यक्ति बेहद रोमांटिक होता है और इनकी लव लाइफ भी जोरदार रहती है।
मरुत राजयोग (Marut Rajyog)
हथेली में जिनके शुक्र पर्वत विकसित यानी ऊंचा होता है और गुरु पर्वत पर क्रॉस का चिह्न बना होता है, साथ ही चंद्र पर्वत विकसित होता है और उस पर स्पष्ट रेखा होता उनकी हथेली में मरुत योग बनता है। ऐसे योग बाले व्यक्ति में गजब की निर्णय क्षमता होती है।यह व्यापार में बड़े ही कुशल और सफल होते हैं। धन वैभव की भी इनके पास कमी नहीं रहती है। इस तरह की हस्तरेखा वाले व्यक्ति कुशल वक्ता और ज्ञानी होते हैं। दान धर्म में भी इस तरह की हस्तरेखा वाले व्यक्ति आगे रहते हैं, यह उदार चरित्र के और सभी के प्रति दया रखने वाले होते हैं।
इंद्र राजयोग (Indra Rajyog)
हस्त रेखा विशेषज्ञ डॉ. अनीष व्यास के अनुसार अपने नाम के अनुसार इंद्र योग राजा के समान स्थान प्रदान करने वाला होता है। यह योग हथेली में तब बनता है, जब मंगल पर्वत हथेली में उभरा हुआ हो और साथ में मस्तिष्क रेखा और भाग्य रेखा पूर्ण विकसित हो।इस योग के प्रभाव से व्यक्ति बलशाली, साहसी, चालाक और कुशल राजनीतिज्ञ होता है। ऐसे लोग रक्षा क्षेत्र, सेना और पुलिस में उच्च पद को प्राप्त कर सकते हैं। इनके पास धन वैभव की कमी नहीं होती है। यह कम उम्र में ही बड़ी सफलता और ख्याति हासिल कर लेते हैं। मंगल के प्रभाव से 28 साल की उम्र में इनका भाग्य सबसे ज्यादा प्रबल होता है।