धर्म/ज्योतिष

Pushya Nakshatra Guide: गुरु पुष्य योग की A To Z जानकारी, जानें महत्व, मुहूर्त, क्या खरीदें, पूजा विधि और पत्नी को क्या दें उपहार समेत सब कुछ

Pushya Nakshatra Guide: कार्तिक कृष्ण अष्टमी तिथि यानी अहोई अष्टमी व्रत के दिन 9 अन्य शुभ संयोग भी बन रहे हैं। इसमें गुरु पुष्य योग नक्षत्र भी है, जो खरीदारी और नए काम की शुरुआत के लिए महामुहूर्त माना जाता है। आइये प्रसिद्ध ज्योतिषियों से जानते हैं गुरु पुष्य योग की A To Z जानकारी, मुहूर्त, महत्व, क्या खरीदें किसकी और कैसे पूजा करें, क्या करें, क्या न करें, पत्नी को क्या उपहार दें, सहित (Guru Pushya Nakshatra Gift) …

जयपुरOct 24, 2024 / 02:10 pm

Pravin Pandey

Guru Pushya Yog Guide A to Z information: गुरु पुष्य योग ए टू जेड गाइड

क्या है गुरु पुष्य योग (Guru Pusshya Yog)

Pushya Nakshatra: पुष्य का अर्थ है पोषम करने वाला, ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा माना जाता है। यह 27 नक्षत्रों में से 8वां है। इसकी राशि कर्क है, जिसके स्वामी चंद्रमा हैं। इसका प्रतीक गाय का थन है। यह बेहद शुभ और कल्याणकारी नक्षत्र माना जाता है, जिसके इष्ट देवता बृहस्पति और स्वामी शनि देव हैं।
इस नक्षत्र को चंद्रमा और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त है। बृहस्पति और शनि के प्रभाव, चंद्रमा और मां लक्ष्मी के आशीर्वाद से इस नक्षत्र में किए गए हर काम में सफलता मिलती है और स्थायी उन्नति होती है। विशेष रूप से खरीदारी के लिए यह नक्षत्र बेहद शुभ होता है।

मान्यता है इस नक्षत्र में किसी भी प्रकार की खरीदारी से घर में खुशियां बढ़ती हैं। साल भर तक आपकी संपत्ति में वृद्धि होती है और यह वृद्धि स्थायी रहती है। वहीं जब पुष्य नक्षत्र गुरुवार को उदित होता है तो इस संयोग को गुरु पुष्य योग कहा जाता है और इसका महत्व बढ़ जाता है। विशेष रूप से गुरु की धातु सोना खरीदना शुभ माना जाता है।
इस योग में किए गए कार्यों में सफलता निश्चित तौर पर मिलती है। साथ ही मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल गुरु पुष्य योग 24 अक्टूबर को बन रहा है। ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास से आइये जानते हैं गुरु पुष्य योग में खरीदारी का क्या मुहूर्त है, गुरु पुष्य योग में क्या खरीदें और क्या नहीं, पत्नी को क्या उपहार दें…

गुरु पुष्य योग मुहूर्त (Guru Pushya Yog Muhurt)


Guru Pushya Yog Muhurt: पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर-जोधपुर के निदेशक डॉ. अनीष व्यास के अनुसार 24 अक्टूबर को सुबह 11.38 बजे से 25 अक्टूबर को दोपहर 12.35 बजे तक पुष्य नक्षत्र का योग रहेगा।
ज्योतिष में चंद्रमा को सबसे शुभ, पुण्यफल देने वाला और पवित्र नक्षत्र में माना जाता है। इस दिन सोना खरीदने का विशेष महत्व है। इस योग का फल स्थायी और अक्षय होता है। इसके प्रभाव से लंबे समय तक काम में सकारात्मक फल मिलता है। आइये जानते हैं इस दिन खरीदारी का मुहूर्त क्या है।

गुरु पुष्य नक्षत्र खरीदारी मुहूर्त (Kharidari Muhurt)

सोने-चांदी के आभूषण और वाहन खरीदने का मुहूर्त: सुबह 11.43 से दोपहर 12.28 तक
लाभ चौघड़ियां: दोपहर 12.05 से दोपहर 01.29 तक
शुभ चौघड़ियां: शाम 04.18 से 05. 42 मिनट तक
(नोटः दृक पंचांग में गुरु पुष्य योग का समय 24 अक्टूबर को सुबह 6.38 बजे से 25 अक्टूबर 6.38 बजे तक बताया गया है। इसके अलावा कुछ कैलेंडर में इसका समय 06:15 से अगले दिन 25 अक्टूबर को प्रात: 07:40 बजे तक भी बताया गया है।)

शुभ काम के लिए मुहूर्त (Auspicious Work Time)

डॉ. व्यास के अनुसार शुभ कार्य के लिए 24 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से 1:30 बजे और शाम 4:30 से रात 9 बजे तक सबसे अच्छा योग बन रहा है। 24 अक्टूबर को दिनभर सर्वार्थ सिद्धि के साथ अमृतसिद्धि योग शुभता प्रदान करेगा।

ज्योतिषी पं. हेरम्ब स्वरूप शर्मा से जानें गुरु पुष्य मुहूर्त खरीदारी मुहूर्त

गुरु पुष्य योग में क्या खरीदें

Guru Pushya Yog Me Kya Khariden: डॉ. व्यास के अनुसार पुष्य नक्षत्र में शुभ के लिए खरीदारी की परंपरा है। इसलिए पुष्य नक्षत्र में चल-अचल संपत्ति जैसे सोने, चांदी के आभूषण, सिक्के, महालक्ष्मी की प्रतिमा, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स, कपड़ा, बर्तन, फर्नीचर, मशीनरी, बाइक-कार, उद्योग के लिए जमीन, प्लॉट की खरीदी सबसे ज्यादा शुभ मानी गई है।
इस दिन दिवाली की साज-सज्जा की चीजें भी खरीद सकते हैं। साथ ही पुष्य नक्षत्र निवेश के लिए भी सबसे शुभ होता है। इस समय कोई नया काम शुरू करने पर अक्षय फल मिलता है।

पुष्य नक्षत्र में इनकी खरीदी का स्थायी लाभ

अचल संपत्तिः मकान, प्लॉट, फ्लैट, कृषि भूमि और व्यावसायिक संपत्ति।
चल संपत्तिः आभूषणों में सोना, चांदी, हीरा, प्लेटिनम के आभूषण।
ऑटोमोबाइलः चार पहिया वाहन, दोपहिया वाहन, इलेक्ट्रिक दोपहिया-चार पहिया वाहन।
इलेक्ट्रॉनिक सामानः फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन, लैपटॉप, माइक्रोवेव ओवन आदि।

गुरु पुष्य नक्षत्र योग में राशि अनुसार क्या खरीदें

Rashi Anusar Kya Khariden: उज्जैन के ज्योतिषाचार्य अमर डब्बा वाला के अनुसार गुरु पुष्य नक्षत्र योग के मंगलकारी होने की वजह से गुरु पुष्य अमृत योग के नाम से भी जानते हैं। इस दिन यदि राशि के अनुसार खरीदारी की जाय तो और भी शुभ फल मिलते हैं।
इस योग की महत्ता को देखते हुए मिनी धनतेरस भी कहते हैं। बिजनेस के बड़े सौदों के लिए भी यह दिन फायदेमंद रहेगा। आइये जानते हैं इस दिन राशि अनुसार क्या खरीदें …

मेष : भूमि, वाहन खरीदना शुभ।
वृषभ : आभूषण और वस्त्र खरीदें, धन में वृद्धि होगी।

मिथुन : व्यापारिक सौदे, शेयर बाजार और निवेश करें।

कर्क : घर की सजावट और प्रॉपर्टी में निवेश करें।
सिंह : इलेक्ट्रॉनिक्स और सोने-चांदी के आभूषण लाभकारी होंगे।

कन्या : घर या प्रॉपर्टी खरीदने के लिए समय शुभ है।

तुला : व्यापार में निवेश और अन्य वस्तुओं की खरीदारी करें।
वृश्चिक : वाहन या शेयर खरीदें।

धनु : भूमि, वाहन और सोने के आभूषणों की खरीदारी करें।

मकर : प्रॉपर्टी निवेश, व्यवसायिक विस्तार के लिए उत्तम समय है।

कुंभ : इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और वाहन, व्यवसाय में निवेश करें।
मीन : सोने-चांदी की खरीदी, नए व्यवसाय की शुरुआत लाभकारी।

पुष्य नक्षत्र के साथ बन रहे ये विशिष्ट योग

Pushya Nakshatra: दिवाली के 8 दिन पहले अहोई अष्टमी पर गुरु पुष्य योग समेत कई और शुभ संयोग बन रहे हैं, जो खरीदारी, नए काम और बिजनेस के लिए शुभ हैं। आइये जानते हैं 24 अक्टूबर को बन रहे विशिष्ट संयोगों के बारे में …
1.साध्य योग: प्रात:काल से लेकर अगले दिन सुबह 05:23 बजे तक

2. गुरु पुष्य योग: पूरे दिन

3. सर्वार्थ सिद्धि योग: पूरे दिन

4. अमृत सिद्धि योग: पूरे दिन

5. पुष्य नक्षत्र: पूर्ण रात्रि तक
6. महालक्ष्मी योग

7. पारिजात योग

8. बुधादित्य योग

9. पर्वत योग

ज्योतिषी अमर डब्बा वाले से जानें गुरु पुष्य योग के बारे में काम की बातें

बिजनेस के बड़े सौदे और शेयर बाजार पर असर

Business And Share Bazar: ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार बिजनेस के बड़े सौदों के लिए भी 24 अक्टूबर गुरु पुष्य योग फायदेमंद रहेगा। डॉ. व्यास के अनुसार पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और इसके देवता बृहस्पति होते हैं। ये दोनों ग्रह अच्छी स्थिति में है।
पुष्य नक्षत्र पर कर्क राशि में मंगल और चंद्र साथ आ रहे हैं। इन ग्रहों के प्रभाव से सोना-चांदी, मशीनरी और रियल एस्टेट में बड़े निवेश होने की उम्मीद है। इस शुभ योग में किए गए इंवेस्टमेंट से आने वाले दिनों में बड़ा फायदा होने की संभावना है।

ग्रह-स्थिति के मुताबिक शेयर मार्केट में गिरावट होने की आशंका है। ऐसे समय में गुरु पुष्य योग में किया गया निवेश आने वाले दिनों में बड़ा फायदा दे सकता है। पुष्य नक्षत्र में किए गए काम दोषमुक्त होते हैं और जल्दी ही सफल हो जाते हैं। पुष्य अंध नक्षत्र भी है। इस नक्षत्र में खोई हुई चीज जल्दी मिल भी जाती है।

इसे अमरेज्य भी कहा जाता है, यानी वो नक्षत्र जो जीवन में स्थिरता और अमरता लाता है। इस दौरान लंबे समय तक चलने वाले स्थायी काम करने चाहिए। साथ ही लक्ष्मीनारायण, सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग छोटी से बड़ी हर तरह की खरीदी के लिए इस समय को शुभ और फलदायी बना रहा है। दीपावली से पहले आने से इसका और महत्व बढ़ गया है।

पीतल के बर्तन खरीदना भी महत्वपूर्ण

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार पुष्य नक्षत्र पर गुरु, शनि और चंद्रमा का प्रभाव सबसे ज्यादा रहता है। ऐसे में इस दिन सोना-चांदी खरीदने के साथ पीतल के बर्तन खरीदने का महत्व होता है। इस दिन गुरु पुष्य नक्षत्र में छोटे बच्चों को विद्यारंभ करवाना अच्छा माना जाता है।
ये भी पढ़ेंः

Shadashtak Yog: मंगल शनि बनाएंगे महाभयानक षडाष्टक योग, देश दुनिया में आपदा, तनाव और राजनीतिक अस्थिरता का संकट

गुरु पुष्य नक्षत्र में क्या न खरीदें (Pushya Nakshatra Me Kya Na Khariden)

1.गुरु पुष्य योग में सुई या कोई धारदार वस्तुएं न खरीदें।
2. पुरानी या सेकंड हैंड वस्तुएं न खरीदें और न ही काले कपड़े खरीदें।

3. गुरु पुष्य योग में चमड़े की वस्तु न खरीदें।

4. मिक्सर जैसी वस्तुओं से भी दूर रहें।
5. जूते, चप्पल, सैंडल आदि भी न खरीदें, प्लास्टिक या कांच की वस्तुएं खरीदने से भी बचें।

6. नकली सजावटी सामान भी न खरीदें।

7. बाथरूम या टॉयलेट संबंधी सामान भी नहीं खरीदना चाहिए।
8. बर्तन को खाली घर न ले जाएं, उसमें खाने की कोई वस्तु रख लें।

ऐसे करें लक्ष्मी नारायण की पूजा (Laxmi narayan Puja Vidhi)

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डॉ. अनीष व्यास के अनुसार गुरु पुष्य योग में माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन उत्तर मुखी होकर भगवान की पूजा करें। इसके लिए उन्हें पीले वस्त्र पहनाएं, लाल आसन दें। गाय के घी में हल्दी मिलाकर भगवान और माता के लिए दीप जलाएं, सुगंधित धूप जलाएं। गेंदे का फूल चढ़ाएं।

माता लक्ष्मी को खीर, दूध से बनी मिठाई और भगवान विष्णु को तुलसी दल, पंचामृत, गुड़, बेसन का मिष्ठान आदि का भोग लगाने का विधान है। चंदन की माला से मंत्र जपें। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
लक्ष्मी-नारायण की कृपा से धन-संपत्ति में बढ़ोतरी होती है। इस दिन अच्छे काम करने से उसमें निश्चित ही सफलता मिलती है और यह सफलता चिरस्थायी होती है। साथ ही लक्ष्मी नारायण की पूजा से सेहत अच्छी होती है।
ये भी पढ़ेंः

Diwali 2024: किस दिन दिवाली, तय करने के हैं ये 3 नियम, जानें धर्म सिंधु और निर्णय सिंधु की गाइडलाइन

ये है लक्ष्मी नारायण मंत्र (Laxmi Narayan Mantra)

ॐ श्री लक्ष्मी-नारायणाय नमः

कैसे होते हैं पुष्य नक्षत्र में जन्मे लोग (Kaise Hote Hain Pushya Nakshatra Ke Log)

मुहूर्त ज्योतिष में इसे श्रेष्ठतम मुहूर्तों में से एक कहा गया है। नारदपुराण के अनुसार पुष्य नक्षत्र में जन्मा जातक महान कर्म करने वाला, बलवान, कृपालु, धार्मिक, धनी, विविध कलाओं का ज्ञाता, दयालु और सत्यवादी होता है। आरंभ काल से ही इस नक्षत्र में किए गए सभी कर्म शुभफलदायक होते हैं।
guru pushya yog upay
guru pushya yog upay: गुरु पुष्य योग उपाय

गुरु पुष्य योग में जरूर करें ये काम

1. डॉ. अनीष व्यास के अनुसार गुरु पुष्य योग में नई दुकान, नया वाहन, नया घर खरीदने और नये काम की शुरुआत शुभ और सफलता देने वाली होती है। गुरु पुष्य योग में आपको माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इस दिन कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। लक्ष्मी नारायण की कृपा से आपकी धन-संपत्ति में बढ़ोतरी होगी।
2. जब गुरु पुष्य योग बना हो तो उस समय विष्णु और देव गुरु बृहस्पति को प्रिय हल्दी भी खरीद सकते हैं। इससे आपका भाग्य मजबूत होगा।

3. गुरु पुष्य योग में चांदी का लक्ष्मी यंत्र या फिर चांदी से निर्मित कोई चौकोर टुकड़ा खरीद कर उसकी पूजा करें, आपका आर्थिक संकट दूर होगा।
4. गुरु पुष्य योग के दौरान अगर आप 108 बार किसी भी मंत्र का जाप करते हैं, चाहे लक्ष्मीजी का मंत्र ऊँ महालक्ष्म्यै नमः या किसी और देवता का मंत्र, इससे आपको अमोघ लाभ मिलेगा। आप जिन भी देवी-देवता को मानते हैं उनके मंत्र का जाप अवश्य करें।
ये भी पढ़ेंः

Diwali Sanyog: दिवाली पर बनेगा सूर्य चंद्रमा का दुर्लभ संयोग, इस योग में लक्ष्मी पूजा का विशेष फल

पुष्य नक्षत्र में पत्नी को दें ये उपहार (Pushya Nakshatra Gift To Wife)

1. सोना मां लक्ष्मी का प्रतीक और धन का कारक है। इसलिए पुष्य नक्षत्र पर पत्नी को सोने के आभूषण उपहार में देने से घर में कभी धन की कमी नहीं होगी।
2.पत्नी को पुष्य नक्षत्र में राशि के अनुसार रत्न जड़ित अंगूठी देना भी शुभ होता है। यह न केवल उनकी सेहत और सुख-समृद्धि को ही नहीं बढ़ाता है, बल्कि आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाता है। इसका परिवार को भी लाभ होता है।
3.रेशमी साड़ी लक्ष्मी माता को अर्पित किए जाने वाले वस्त्रों में से एक है। गुरु पुष्य योग में पत्नी को रेशमी साड़ी उपहार में देंगे तो मां लक्ष्मी की कृपा मिलेगी।

4. पुष्य नक्षत्र के दिन गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति उपहार में देना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से न केवल आर्थिक समृद्धि आती है, बल्कि घर में सुख-शांति भी बढ़ती है।

उपहार देते वक्त जरूर रखें इसका ध्यान

1. उपहार को सच्चे मन से दें और गिफ्ट देते समय देवी लक्ष्मी का ध्यान करें।

2.इस दिन किसी प्रकार की नकारात्मकता से दूर रहें और केवल शुभ कार्यों में मन लगाएं।
ये भी पढ़ेंः

Ahoi Ashtami Vrat Katha: अहोई अष्टमी पर पढ़ें यह व्रत कथा, माता अहोई होंगी प्रसन्न

Hindi News / Astrology and Spirituality / Pushya Nakshatra Guide: गुरु पुष्य योग की A To Z जानकारी, जानें महत्व, मुहूर्त, क्या खरीदें, पूजा विधि और पत्नी को क्या दें उपहार समेत सब कुछ

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.