चातुर्मास में नहीं होते ये मांगलिक कार्य
शास्त्रों के अनुसार किसी भी शुभ कार्य के लिए भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, लेकिन चातुर्मास के दौरान विष्णु जी और मां लक्ष्मी समेत सभी देवी-देवताओं के योग निद्रा में होने से शुभ काम नहीं होते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार चातुर्मास के चार महीनों में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। इस समय विवाह, मुंडन, वधु विदाई, व्यापार की शुरुआत, गृह प्रवेश आदि काम बंद रहते हैं। इसके बाद जब देवउठनी एकादशी पर विष्णु जी योग निद्रा से जागते हैं, तब चातुर्मास समाप्त होता है और इसके बाद मांगलिक काम शुरू होते हैं। ये भी पढ़ेंः Anant Kalsarp Dosh: ये है अनंत कालसर्प दोष के लक्षण, छुटकारे के लिए करें यह उपाय, जिंदगी हर परेशानी हो जाएगी दूर