बताया जा रहा है इसमें कई भारतीय भी शामिल हैं। स्थानीय मीडिया ने इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अपहरण किए गए ज्यादातर लोग भारतीय हैं, लेकिन उनके साथ अफगान नागरिक और अफगानिस्तान में रहने वाले सिख भी शामिल हैं। भारतीयों को पीटे जाने की भी खबर है। वहीं तालिबान ने इस खबरों का खंडन किया है।
यह भी पढ़ेंः Kabul Airport के बाहर फंसे करीब 220 भारतीय, यूएस ट्रूप ने कई घंटों से रोक रखी है बसें सुरक्षित हैं भारतीय अब ये खबरें भी सामने आ रही है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एयरपोर्ट के पास से अगवा किए गए भारतीयों समेत सभी 150 लोग सुरक्षित हैं। अफगानी मीडिया के मुताबिक तालिबानी इन लोगों के पासपोर्ट की जांच कर रहे हैं। तालिबानी अपहरणकर्ताओं ने उनसे कहा था कि सभी लोगों को काबुल एयरपोर्ट पर फिर से ले जाया जाएगा। अब ये सभी लोग काबुल एयरपोर्ट के पास एक गैराज में मौजूद हैं।
अभी सरकार की ओर से इस घटना की पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच तालिबान ने अफगान मीडिया से बातचीत में भारतीयों के अपहरण की खबर का खंडन किया है। काबुल के नॉर्दन गेट से लोगों की एंट्री होती है। यहीं पर कई तालिबानी यहां पहुचे और लोगों के साथ मारपीट करना शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि ये लोग पंजाबी में भी बात कर रहे थे, ऐसे में इस घटना के पीछे आईएसआई के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं इस घटना के बाद बाहर खड़े कई भारतीय तुरंत गुरुद्वारे लौट गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये तालीबानी 8 मिनी वैन में बैठे थे और उस समय सुबह के एक बज रहे थे। ये लोग काबुल एयरपोर्ट के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे घुस नहीं पाए।
यह भी पढ़ेंः देहरादून की मिलिट्री एकेडमी में ट्रेनिंग ले चुका है Taliban का टॉप कमांडर स्टानिकजई, जानिए किस नाम से बुलाते थे दोस्त मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने भारतीयों से कहा कि वे उन्हें दूसरे गेट से ले जाएंगे लेकिन वे अब कहां हैं, इसका पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय अधिकारियों का एक दल काबुल एयरपोर्ट के बाहर अभी मौजूद है। ये अधिकारी फंसे हुए भारतीयों की मदद कर रहे हैं।
वहीं तालिबान ने इस खबर को खंडन किया है। तालिबान के प्रवक्ता अहमदुल्ला वसीक ने कहा यह खबर पूरी तरह से बेबुनियाद और निराधार है। अहमदुल्ला वसीक ने बताया कि तालिबान ऐसी हरकत नहीं करता है।