आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई- सुषमा सुषमा स्वराज ने कहा कि दुनिया में आतंकवाद का दायरा बढ़ रहा है। आतंकवाद से क्षेत्र में अस्थिरता फैलती है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को पनाह देने वाले देश को इस बारे में समझना होगा। इससे पहले सुषमा स्वराज ने अपने भाषण में अरब देशों के साथ भारत के रिश्तों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हम मानवता के मूल्यों के साथ मिलकर काम करते हैं। भारत की इकॉनमी बढ़ रही है, उससे देशों के साथ संबंध गहरा हो रहा है। डिजिटल पार्टनरशिप भविष्य को तय कर रही है। सुषमा ने कहा कि भारत के पूर्वी ब्रूनेई, इंडोनेशिया, मलयेशिया भारत की ऐक्ट ईस्ट पॉलिटी के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
आतंकी संगठनों की फंडिंग रुकनी चाहिए- विदेश मंत्री विदेश मंत्री ने कहा कि भारत आतंकवाद से जूझ रहा है। आतंकवाद का दंश बढ़ रहा है। साउथ ईस्ट एशिया में आतंकवाद और अतिवाद एक नए स्तर पर है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को संरक्षण और पनाह देने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। आतंकी संगठनों की फंडिंग रुकनी चाहिए। इस्लाम शांति सिखाता है। सुषमा ने अपने संबोधन मे पड़ोसी देशों बांग्लादेश, अफगानिस्तान, मालदीव के साथ घनिष्ठ संबंधों का जिक्र किया। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने भारत को न्यौता मिलने से इस सम्मेलन का बहिष्कार किया है।